अगवानी गंगा घाट पुल गिरने पर अपने ही विधायक के निशाने पर आई नीतीश सरकार... 'भ्रष्टाचार में लिप्त है पूरा सिस्टम'
पटना. बिहार में पुलों के बार बार गिरने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत राज्य की एनडीए सरकार अब अपने ही विधायकों के निशाने पर आ गई है. सुल्तानगंज -अगवानी गंगा घाट पर बन रहे निर्माणाधीन फोर लेन पुल के शनिवार को तीसरी बार गिरने पर जदयू विधायक ने कहा कि पूरा सिस्टम ही भ्रष्टाचार में लिप्त है. जदयू के परबत्ता से विधायक डॉ संजीव ने इसे लेकर अपनी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'अगुवानी सुल्तानगंज में गंगा पे निर्माणाधीन पुल फिर तीसरी बार गिरा ।पूरा system भ्रष्टाचार में लिप्त हैं ।मैं लगातार बोल रहा था कि फिर गिरेगा लेकिन आज तक किसी पे कोई कार्यवाही नहीं हुईं।ना अधिकारी पे ,ना एस.पी सिंघला कंपनी पे ,ना रोडिक कन्सल्टेंसी पे।'
दरअसल, सुल्तानगंज -अगवानी गंगा घाट पर बन रहे निर्माणाधीन फोर लेन पुल के एक हिस्से के धराशायी होकर गिरने से इस पुल निर्माण में व्यापक भ्रष्टाचार के कथित आरोप लगने लगे हैं. इसी को लेकर जदयू विधायक संजीव ने नीतीश सरकार का नाम लिए बिना कहा कि पूरा सिस्टम ही भ्रष्टाचार मे लिप्त है. पुल तीसरी बार गंगा नदी समा गया जिसके बाद सरकार के कार्य शैली पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे पहले ही आशंका जाहिर कर चुके थे कि पुल गिरेगा लेकिन किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब नतीजा है कि तीसरी बार पुल का हिस्सा गिरा है.
बता दें कि भागलपुर में सीएम नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट सुल्तानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल ने तीसरी बार जल समाधि ली है. भागलुपर की तरफ से 9 और 10 नंबर के बीच का हिस्सा गंगा नदी में समा गया. पिलर पर बना स्लैब लोहा समेत गंगा नदी में समा गया. लगातार तीसरी बार पुल हादसे के बाद हड़कंप मचा हुआ है. शनिवार की सुबह पिलर संख्या 9 के ऊपर का स्ट्रक्चर का कुछ हिस्सा अचानक ढह कर पानी में समा गया. इससे पहले 30 अप्रैल 2022 के रात में हवा के झोंके से पिलर संख्या पांच गिरा था. 4 जून 2023 को सुल्तानगंज से खगड़िया के अगुवानी गंगा घाट पर निर्माणाधीन पुल के पिलर नंबर 10, 11 और 12 अचानक गिरकर नदी में बह गए थे. पुल गिरने की घटना बिहार में सियासी बवाल खड़ा कर दिया था.
इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी , 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी. साथ ही नौ मार्च, 2015 को कार्यारंभ किया गया था. करीब 11 साल बाद भी यह पुल नहीं बन सका है. इस पुल की लागत करीब 1710 करोड़ रुपये है.यह पुल करीब 3.160 किमी लंबाई में बन रहा है. इसमें खगड़िया की ओर से करीब 16 किमी और सुल्तानगंज की ओर से करीब चार किमी लंबाई में एप्रोच रोड भी बन रहा है. ऐसे में एप्रोच सहित पुल की लंबाई करीब 23.1 किमी है.
बता दें कि यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है. पुल का निर्माण कार्य 2015 में एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा शुरू किया गया था. बहरहाल सीएम नीतीश का ड्रीम प्रोजेक्ट तीसरी बार जमींदोज हुआ है. इससे हड़कंप मचा हुआ है.