वारिसलीगंज से नवादा के बीच डबल लाइन पर परिचालन शुरू, केजी रेलखंड पर सुविधा तो बढ़ी पर ट्रेनों के घंटों लेट होने से यात्री परेशान
नवादा: किऊल- गया रेल खंड पर लगभग दो घंटा लेट ट्रेन चलने से आम जनता को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जहां किऊल-गया रेलखंड पर सफर निराशाजनक साबित हो रही है। सुविधा बढ़ी लेकिन अब भी घंटों लेट हो कर ट्रेनें परिचालित हो रही हैं। वारिसलीगंज से नवादा के बीच डबल लाइन पर परिचालन शुरू हो चुका है लेकिन यात्रियों की समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं निकल पा रहा है।
असल में अभी नवादा स्थित नए स्टेशन के सिर्फ दो नम्बर प्लेटफॉर्म से ही परिचालन हो रहा है, जिस कारण ट्रेनों का मेल पूरी तरह से निर्बाध नहीं हो पा रहा है जबकि एक्सप्रेस ट्रेन और मालगाड़ी को आगे निकालने की अघोषित व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं किए जाने से इस रेलखंड के यात्रियों की समस्या अब भी विकराल बनी हुई है। कई दैनिक यात्रियों ने गुस्से में कहा कि इस रूट का कायाकल्प कभी नहीं हो सकता, चाहे कितनी भी पटरियां बिछ जाएं। उल्लेखनीय है कि विगत 02 जुलाई को वारिसलीगंज से नवादा स्टेशन के बीच डबल लाइन को लेकर कमीशनिंग का कार्य पूर्ण किया गया था जिसके बाद 03 जुलाई से डबल लाइन पर परिचालन शुरू हो गया है। इस प्रकार, कदम दर कदम सुविधा संबंधी कार्य आगे बढ़ रहे हैं आगे लेकिन यात्री सुविधाओं में वृद्धि जैसे उद्देश्य की पूर्ति में अब भी येन-केन-प्रकारेण बाधा बनी हुई है।
घोर निराशा में हर रोज रेलवे कर्मियों से लड़ रहे यात्री: केजी रेलखंड पर ट्रेनों की लेटलतीफी का समाधान नहीं हो पाने से यात्रियों में घोर निराशा है। यह निराशा गुस्से में बदलती जा रही है। गया से ससमय खुलकर चलने वाली पहली ट्रेन 03386 गया-झाझा सवारी गाड़ी के साथ कहीं कोई बाधा जैसी स्थिति नहीं रहने पर भी नवादा स्टेशन पहुंचते-पहुंचते दस मिनट से आधा घंटा लेट हो जाना रूटीन सा बन गया है। वहीं, दूसरी ट्रेन 05404 गया-जमालपुर सवारी गाड़ी को सामान्यत: कभी भी समय पर नहीं खोला जाता और कभी समय पर सुबह छह बजे खुल गई तो यहीं से बाधा शुरू हो जाती है। मंगलवार को यह मानपुर पहुंचने में ही यह 42 मिनट लेट हो गई। 07:23 बजे सुबह की जगह दो घंटे लेट हो कर यह 09:23 बजे तिलैया जंक्शन पहुंची और शंट कर दी गई। यहां 40 मिनट रोक कर ट्रेन खोली गई और यह नवादा पहुंचते-पहुंचते ढाई घंटे लेट हो गई। अभी चार दिनों पहले ऐसा ही करने पर गुस्साए यात्री स्टेशन मास्टर कक्ष में पहुंच गए और जमकर बहसबाजी हुई।
रिपोर्ट- अमन कुमार