Pitru Paksha Fair: पितरों के पिंडदान के लिए आनेवाले लोगों के लिए प्रशासन तैयार, 43 जोन में बांटा गया मेला क्षेत्र
GAYA :आगामी 17 सितम्बर से गया में पितृपक्ष मेले की शुरुआत हो जाएगी। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर लगभग सभी तैयारियां को पूर्ण कर ली गयी है। पितृपक्ष के दौरान लाखों लोग गया आते है। जो अपने पितरों के मोक्ष की प्राप्ति के लिए तर्पण करते हैं। विभिन्न राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिये मेला क्षेत्र में सारी व्यवस्थाओं के सतत अनुश्रवण, निरीक्षण तथा आवश्यकता अनुसार विभिन्न स्थलों पर विभिन्न कार्यों के निष्पादन हेतु कुल 43 जोन में मेला क्षेत्र को बांटा गया है। उक्त परिपेक्ष में जिला पदाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में विष्णुपद अवस्थित बने पंडाल में सभी सुपर जोनल दंडाधिकारी, जोनल दंडाधिकारी पदाधिकारियों के साथ ब्रीफिंग की गई।
ब्रीफिंग में जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस वर्ष पितृपक्ष मेला, पूर्व वर्षो की अपेक्षा अधिक संख्या में तीर्थयात्री आने का पूरा अनुमान है। बिहार सरकार द्वारा हर वर्ष मेला को लेकर नया आयाम दिया जा रहा है। नई नई व्यवस्थाओं को इम्पलीमेंटेशन किया है। जिसके कारण तीर्थयात्रियों को काफी सुविधा भी मिल रही है। इसलिए सभी पदाधिकारी अपने अपने दिए गए दायित्वों का पूरी मेहनत, लगन से अनुपालन कराएं ताकि तीर्थयात्री जिले के राज्य के एक अच्छी छवि लेकर घर वापस लौटे। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है परंतु आप सभी का दायित्व है कि पितृपक्ष मेला अवधि के दौरान प्रत्येक दिन अपने अपने निर्धारित क्षेत्र का भ्रमण कर बिजली आपूर्ति, पेयजल एवं जलापूर्ति तथा साफ-सफाई सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं का पर्यवेक्षण करते रहेंगे यदि कहीं किसी क्षेत्र में कमियां पाई जाती है तो उसे तुरंत संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित करते हुए कमियां को दूर कराएंगे।
उन्होंने कहा कि सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत जो भी घाट, वेदिया, पिंडदान स्थल आते हैं वहां पिंडदान के उपरांत पिंड सामग्रियों का निरंतर उठाव, साफ सफाई का पर्यवेक्षण करते रहेंगे। उन्होंने नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि विभिन्न पिंड वेदियां तथा घाटों के समीप पर्याप्त संख्या में डस्टबिन उपलब्ध करावे ताकि यत्र तत्र गंदगी ना फैले।
सभी पदाधिकारियों कर्मियों यथा स्वास्थ्य व्यवस्था, जलापूर्ति व्यवस्था, साफ सफाई व्यवस्था, निर्बाध बिजली व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण व्यवस्था इत्यादि का निरंतर निगरानी रखेंगे। यदि किसी सेक्टर में कोई समस्या आने पर त्वरित गति से अपने जोनल तथा सुपर जोनल दंडाधिकारी को सूचित करेंगे साथी मेला क्षेत्र के नियंत्रण कक्ष के दूरभाष संख्या पर सूचित करेंगे।
जिला पदाधिकारी ने सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि पितृपक्ष मेला अवधि में कुछ ऐसी तिथियां हैं जिसमें और अत्यधिक संख्या में तीर्थ यात्रियों का आवागमन होता है, उन तिथियों में भी भीड़ नियंत्रण मैनेजमेंट को अच्छे से अनुपालन करावे। सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पर्याप्त रोशनी साफ-सफाई पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करावे। सभी घाटों तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम अनिवार्य रूप से लगवाए। उन्होंने अनुमंडल पदाधिकारी तथा पुलिस उपाधीक्षक यातायात को निर्देश दिया है कि ट्रैफिक प्लान का अक्षरसह अनुपालन हो। किन स्थानों पर वन-वे किया जाना है किन स्थानों पर नो एंट्री किया जाना है इसका पूरी तरह इंप्लीमेंट कराया जाए। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को कहा कि अलर्ट के साथ-साथ त्वरित रिस्पॉन्ड करें।