जन-जन के कण-कण में राम, सबके राम -अवध में राम, दुल्हन सी सजी अयोध्या, प्रभु के ससुराल जनकपुर में उत्साह, कलियुग में त्रेता की हो रही अनुभूति

जन-जन के कण-कण में राम, सबके राम -अवध में राम, दुल्हन सी सजी अयोध्या, प्रभु के ससुराल जनकपुर में उत्साह, कलियुग में त्रेता की हो रही अनुभूति

अयोध्या- भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में  श्रीरामजन्मभूमि स्थल पर भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए रामनगरी दुल्हन सी सज गई है. अयोध्या में चारो ओर फूलों की सुगंध के बीच रह रह कर जय श्रीराम का उद्घोष  त्रेता युग की अनुभूति करा रहे हैं. रामलला के  प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त दिन के 12 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक का है.  इससे पहले राम मंदिर में विशेष अनुष्ठान चल रहा है.

कड़ाके की ठंड पर आस्था की सुनामी अयोध्या में  भारी पड़ रही है.  भगवान राम की श्याम वर्ण किशोरावस्था प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को अभिजीत मुहुर्त में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और धर्म के जानकारों की मौजूदगी में मंत्रोच्चार के बीच होगा. अदुभुद और औलोलिक क्षण का  गवाह बनने के लिए साधु संतों के अलावा देश की गणमान्य हस्तियों का रामनगरी में आगमन लगातार जारी है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले नेपाल जनकपुर में मां जानकी मंदिर को दुल्हन की तरह से सजाया गया है. प्रभु राम के ससुराल जनकपुर को भव्य रुप से सजाया गया है.

भव्य राम मंदिर की छटा को देख कर आंख बंद करने का भी मन नहीं करता. अहर्निश निहारने से मन नहीं थक रहा है. आने जाने वाले श्रद्धालु अपने आराध्य के नवनिर्मित भवन को टकटकी लगाये देख रहे हैं. मेहमानों के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से महाप्रसाद तैयार कराया गया है, जो प्राण प्रतिष्ठा के बाद उन्हें दिया जाएगा.

आज मेरे राम की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा है. राम भारत के जनमानस में रचे बसे हैं. राम   के अभिषेक की बात चली, मन में अभिषेक हो गया और मन में राम के साथ राम का मुकुट प्रतिष्ठित हो गया.लोगों का भावनाओं को नियंत्रित करना कठिन हो रहा है.कोटि-कोटि लोग जिन राम से जुड़े हैं, राम उन कोटि-कोटि जन से जुड़ने जा रहे हैं. ऐसी दीपावली का क्षण, जो त्रेतायुग की दीपावली से कम नहीं होगी. क्या आम , क्या खास पूरे देश के साथ सब रामरंग में रंगे हुए हैं. राम का स्वभाव भी यही है मृदुल हैं राम. पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण,विश्व के साथ, भारत का हर राज्य, हर अंचल और हर व्यक्ति जुड़ा हुआ है प्रभु राम से. 


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