आरआरबी एनटीपीसी : खान सर, नवीन सर सहित अन्य शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज होने का राजद ने किया विरोध, रेलवे बोर्ड के खिलाफ कही बड़ी बात

पटना. आरआरबी एनटीपीसी रेलवे की परीक्षा में कथित अनियमितता को लेकर बिहार में हुए छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस द्वारा कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. अब पुलिस की इस कार्रवाई का राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी राजद ने जोरदार विरोध किया है. राजद के वरिष्ठ नेता शिवानन्द तिवारी ने कहा कि पुलिस को शिक्षकों के बदले रेलवे बहाली बोर्ड पर मुक़दमा दर्ज करना चाहिए. इनके अध्यक्ष सहित तमाम सदस्यों को अभियुक्त बनाया जाना चाहिए. 

उन्होंने कहा, स्वंय रेल मंत्री ने क़ुबूल किया है कि लड़कों की शिकायत जायज है. इस मामले में बहाली बोर्ड ने अपराधिक लापरवाही बरती है. इन्हीं की वजह से लड़कों में उत्तेजना फैली. बहाली बोर्ड के पदाधिकारियों से मिल कर कोचिंग वालों ने गलती की ओर ध्यान दिला दिया था. बोर्ड से अनुरोध किया गया था कि गलती को सुधारिए अन्यथा लड़के रेल की पटरियों पर उतर सकते हैं. लेकिन अफ़सरी अहंकार में बोर्ड वालों ने अपनी गलती नहीं सुधारी. फलस्वरूप परिणाम सबके सामने है. इसलिए पुलिस द्वारा कोचिंग चलाने वालों पर केस दर्ज करना बिलकुल ग़लत है. उन्होंने कोचिंग संचालकों पर दर्ज हुआ मुक़दमा हटाने की मांग की. साथ ही बहाली बोर्ड के अध्यक्ष सहित सभी सदस्यों और पदाधिकारियों पर मुक़दमा दर्ज करने की मांग की. 

पटना पुलिस ने लोकप्रिय शिक्षक खान सर सहित एसके झा सर, नवीन सर, अमरनाथ सर, गगन प्रताप सर, गोपाल वर्मा सर और बाजार समिति के विभिन्न कोचिंग संचालकों के खिलाफ केस दर्ज किया है. दरअसल प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए छात्र किशन कुमार, रोहित कुमार, राजन कुमार और विक्रम कुमार ने पुलिस के सामने बयान था. उनके बयान के आधार पर पटना पुलिस ने आइपीसी की धारा 147, 148, 149, 151, 152, 186, 187, 188, 330, 332, 353, 504, 506 और 120बी के तहत  कोचिंग संचालकों पर मामला दर्ज किया गया. 

24 जनवरी से बिहार में छात्रों का राज्यव्यापी आंदोलन शुरू हुआ था. इस दौरान 25 को आरा में एक ट्रेन जला दी गई जबकि नवादा में भी एक यांत्रिक रेल को नुकसान पहुँचाया गया था. वहीं गया में 26 जनवरी को दो ट्रेनों को जला दिया गया. हालाँकि छात्रों के प्रदर्शन के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा निर्णय लिया और रेल मंत्री ने परीक्षा पैटर्न में बदलाव सहित रिजल्ट की जाँच के लिए एक समिति बनाई गई है. वहीं ग्रुप डी की परीक्षा को स्थगित किया गया है. 


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