सम्पूर्ण क्रांति दिवस आज : 50 साल पहले लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने दिया 'संपूर्ण क्रांति' का नारा, बदल गयी राजनीति की दशा और दिशा

PATNA : आज से ठीक 50 साल पहले तत्‍कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के खिलाफ लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने पटना के गांधी मैदानमें संपूर्ण क्रांति का बिगुल फूंका था। मुख्यमंत्री नीतीश, लालू यादव, दिवंगत सुशील कुमार मोदी, शिवानन्द तिवारी और अश्विनी चौबे जैसे कई नेता उसी आंदोलन की उपज हैं।

संपूर्ण क्रांति को लेकर लोकनायक ने कहा था, "5 जून, 1974 की पटना के गांधी मैदान की विशाल सभा में बोलते हुए सहज ही मेरे मुँह से पहली बार सम्पूर्ण क्रांति शब्द निकल पड़े थे। उस दिन मैंने कहा था की यह आन्दोलन छात्र संघर्ष समिति की मात्र 10-12 मांगों की पूर्ति के लिये ही नहीं, यह सम्पूर्ण क्रांति की शुरुआत है। इसके उद्देश्य बहुत दूरगामी है। भारतीय लोकतंत्र को वास्तविकर्ण तथा सुदृढ़ बनाने, जनता का सच्चा राज कायम करना, समाज से अन्याय, शोषण आदि का अन्त करना, एक नैतिक, सांस्कृतिक तथा शैक्षणिक क्रांति करना, नया बिहार बनाना और अन्ततोगत्वा नया भारत बनाना है। ऐसा एक सम्पूर्ण क्रांति का आन्दोलन है यह।" 

आगे उन्होंने कहा 'समाज और व्यक्ति के जीवन के हर पहलू में क्रांतिकारी परिवर्तन हो और व्यक्ति का और समाज का विकास हो, दोनों ऊंचे उठें, केवल शासन बदले इतना ही नहीं बल्कि व्यक्ति और समाज भी बदले। इसलिए मैंने सम्पूर्ण क्रांति कहा है। आप इसे समग्र क्रांति भी कह सकते हैं।"

लोकनायक के शब्द को असलियत में चरितार्थ करने वाले जयप्रकाश नारायण अत्यंत समर्पित जननायक और मानवतावादी चिंतक तो थे ही इसके साथ-साथ उनकी छवि अत्यंत शालीन और मर्यादित सार्वजनिक जीवन जीने वाले व्यक्ति की भी है। उनका समाजवाद का नारा आज भी हर तरफ गूंज रहा है।