साहित्यनामा : हिंदी साहित्यकारों और कला जगत का सबसे सदाबहार महीना है सितम्बर, भारतेन्दु हरिश्चंद्र से दिनकर, लता से देवानंद तक की जयंती
पटना. सितम्बर को साहित्यकारों का महीना कहा जाए तो यह अतिशयोक्ति नहीं होगी. हिंदी जगह के दिग्गज साहित्यकारों में चाहे कवि हों या लेखक. या फिर सिनेमा जगह के गायक और कलाकार, कई मशहूर हस्तियों की जयंती का महीना सितम्बर है. एक ओर सितम्बर महीने में ही हिंदी दिवस का आयोजन 14 सितम्बर को होता है तो दूसरी ओर यह महीना अपने साहित्यिक नायकों की जयंतियों के लिए भी जाना जाता है. सितंबर व राजभाषा हिंदी और साहित्यकारों के बीच काफी गहरा रिश्ता ऐसा है कि हर तारीख हिंदी को गौरवान्वित करती है.
हिंदी से जुड़े सन्दर्भ को देखें तो खड़ी बोली के प्रेरक भारतेन्दु हरिश्चंद्र का जन्म 9 सितंबर 1862 को हुआ। प्रसिद्ध साहित्यकार रामधारी सिंह दिनकर का जन्म 23 सितंबर 1908 को हुआ। महान हिंदी गायिका व स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को जन्म हुआ। हिंदी फिल्म के महान नायक देवानंद का जन्म 26 सितंबर 1923 को हुआ। इनके अलावा भारतजीवन पत्र के रामकृष्ण वर्मा का जन्म 21 सितंबर 1859 को हुआ। महान दर्शन शास्त्री व साहित्यकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर 1916 को हुआ।
महान साहित्यकार ईश्वर चंद विद्यासागर का जन्म 26 सितंबर 1820 को हुआ। महान क्रांतिकारी व साहित्यप्रेमी सरदार भगत सिंह 27 सितंबर 1907 को जन्मे। महान लेखक व सत्यवादी पत्र के इंद्रलाल शास्त्री 21 सितंबर 1897 और हिंदी केसरी के पंडित कामता प्रसाद भी 24 सितंबर 1815 को पैदा हुए।
हिंदी साहित्यकार बालमुकुंद गुप्त का स्वर्गवास 18 सितंबर 1907 को हुआ। हिंदी लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी 7 सितंबर 1968 का निधन हुआ। प्रसिद्ध कहानीकार चंद्रधर शर्मा गुलेरी का निधन 11 सितंबर 1922 को हुआ था। इसके अलावा लोकमान्य पत्र के पंडित रमाशंकर त्रिपाठी 26 सितंबर 1964 को पंचतत्व में विलीन हो गए।