नालंदा के चण्डी के कोरनावां गांव में श्री सीताराम संत सम्मेलन का आयोजन 26 मार्च से 30 मार्च तक, 49 वर्षों से अनवरत हो रहा है संत समागम
नालंदा- फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर नालंदा के चण्डी के कोरनावां गांव में आयोजित होने वाले श्री सीताराम संत सम्मेलन का श्री गणेश हो चुका है. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी सीताराम विवाह का महा उत्सव होगा. जिसकी विधिवत शुरुआत हो चुकी है.
श्री सीताराम संत सम्मेलन का आयोजन विगत 49 साल से अनवरत होता आ रहा है. हरिहर प्रसाद सिंह के बाद इस परंपरा को उनके वंशज आगे बढ़ा रहे हैं. वहीं समारोह स्थल पर श्रद्दालुओं के लिए सुविधाएं मुहैया करवाई जा चुकी है. समारोह स्थल पर एक विशाल सत्संग समारोह पण्डाल भी बनाया गया है. जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं के बैठने का प्रबंध किया गया है. मानसरत्न श्री अशोक जी महाराज श्री राम कथा कहेंगे ,जिसका श्रवण कर सभी पुण्य के भागी बनेंगे.
श्री सीताराम संत सम्मेलन तीन दिनों तक चलेगा. 26 मार्च को यज्ञ का शुभारंभ हो गया है. 27 मार्च संतों के प्रवचन का प्रसाद श्रद्धालुगणों को मिलेगा तो 30 मार्च को यज्ञ का समापन सुबह प्रसाद वितरण के साथ होगा.
लक्ष्मण किलाधीश श्री आचार्य स्वामी श्री सीताराम शरण जी के आशीर्वचन से शुरु हुई यह परंपरा 49 साल से चल रही है. साल 2024 में इसकी शुरुआत संतों के आशीर्वचन से आरंभ हो चुका है. 26 मार्च से 30 मार्च तक सभी भक्त इसमें शामिल हो कर पुण्य के भागीदार बन सकते हैं. इस दौरान संत अपना पावन आशीर्वाद लोगों को प्रदान करेंगे. 26 मार्च से सीतीराम अखंड कीर्तन की शुरुआत हो चुकी है. 27 मार्च की रात में सीता राम विवाह का मंचन होगा. इस दौरान जनकपुर से आए कलाकारों के द्वारा प्रस्तुति दी जाएगी. 28 मार्च की सुबह से हीं संत श्री राम कथा का विस्तार से वर्णन करेंगे. रात्रि में पुन: श्री राम विवाह का मंचन होगा. 29 को भी संत गृहस्थों को सन्नमार्ग का रास्ता बताएंगे.रात्री में श्रीराम विवाह का आयोजन होगा जो 30 मार्च की सुबह प्रभु राम की आरती के साथ समाप्त हो जाएगा. इस दौरान संतो का सानिन्ध्य पाकर सभी भक्त आनंद की अनुभूति प्राप्त करेंगे.
प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी श्री सीताराम संत सम्मेलन सभी भक्तों के लिए आर्कषण का केन्द्र बना हुआ है जिसकी विषय-वस्तु स्व. हरिहर प्रसाद सिंह के... सुकुनः अंर्तमन का.. पर आधारित है.
रिपोर्ट- अभिजीत सिंह