पटना के ए.एन कॉलेज में शिक्षक सम्मान समारोह का हुआ आयोजन, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने अभाविप के राष्ट्रीय योगदान का किया उल्लेख

पटना के ए.एन कॉलेज में शिक्षक सम्मान समारोह का हुआ आयोजन, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने अभाविप के राष्ट्रीय योगदान का किया उल्लेख

PATNA: विद्यार्थी विकास परिषद, पटना महानगर के द्वारा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्, बिहार प्रांत के प्रथम संगठन मंत्री प्रा रविंद्र केसरी शिक्षक सम्मान समारोह ए. एन. कॉलेज, पटना के सत्येंद्र नारायण सिन्हा सभागार में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय एवं मुख्य वक्ता के रूप में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के द्वारा प्रा केसरी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता के द्वारा सभी प्राध्यापकों को सम्मानित किया गया। 

विदित हो कि प्रोफेसर स्वर्गीय रविंद्र केसरी का जन्म मुंगेर जिला में हुआ था। उनकी शिक्षा (एम.एस.सी) पीएचडी बॉटनी से हुई थी। 1959 में पटना साइंस कॉलेज के प्रोफेसर बने। सन् 1972 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् बिहार प्रदेश के प्रथम संगठन मंत्री बने। अभाविप के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि प्रा केसरी के अंदर बाल्य-काल से ही देश सेवा की भावना कूट-कूट कर भरी हुई थी। वे कर्मठ एवं कुशल प्रशासक थे। जब बिहार प्रदेश में उन दिनों अभाविप के गिने-चुने कार्यकर्ता हुआ करते थे, उस विषम परिस्थितियों में भी कठिन परिश्रम और लगन से संगठन को खड़ा करने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनका संपूर्ण जीवन बिहार एवं संगठन के लिए समर्पित रहा है। 

शुक्ला ने राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों के योगदान का ऐतिहासिक वर्णन किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक का योगदान साम्राज्य स्थापना से लेकर रामराज्य की संकल्पना एवं सिकंदर की शक्ति को पराजित करने तक रही है। गुरु एवं शिष्य के एक साथ आने से ही राष्ट्र का निर्माण होता है। गुरु एवं शिष्य का मार्ग एकात्म का मार्ग है। उन्होंने कहा कि बिहार ज्ञान की धरती रही है, हमारे गुरुओं ने इसे अपने तप, त्याग एवं दीक्षा से सींचा है। हमें इस आधारशिला पर निर्माण करने की आवश्यकता है तथा हमें अपनी बिहारी पहचान पर गौरव करने की आवश्यकता है। 

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने समाज को जोड़ने में अभाविप के राष्ट्रीय योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने सभी छात्रों से अपील की कि वे राष्ट्रवादी छात्र संगठन अभाविप से जुड़े और देश को पुनः विभाजित करने की मंशा रखने वाले छद्म भेषियों से सतर्क रहने का आगाह किया। युवाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कहानी उन्हीं की लिखी जाएगी, जो अपनी जवानी देश के लिए कुर्बान करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्र शक्ति से ही राष्ट्र शक्ति संभव है, तभी जाकर भारत विकसित एवं विश्वगुरु बनेगा। उन्होंने कहा कि आज के भारत में क्रांति लाल सलाम से नहीं, अपितु छात्रों के अंदर वैज्ञानिक ललक से उत्पन्न होगी। उन्होंने स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए कहा कि राष्ट्र चेतना के प्रजवल्लन में विवेकानंद का अहम योगदान रहा है।

स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेंद्र था, और आज के भारत में भी नरेंद्र नाम का प्रधानमंत्री भारत एवं भारतीयता का बीजारोपण कर रहा है। समाज में शिक्षकों के योगदान को उन्होंने नमन किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों का दायित्व है कि वो ज्यादा से ज्यादा छात्रों में गुणवत्ता की बीज बोएं और छात्रों का दायित्व है कि वे अधिक से अधिक अपने शिक्षकों से ग्रहण करें। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अभाविप के प्रान्त संगठन मंत्री रौशन सिंह, NEC सदस्य प्रतिभा कुमारी, महानगर अध्यक्ष डा मुकेश झा, महानगर संगठन मंत्री प्रशांत गौतम, महानगर मंत्री प्रियरंजन सिंह , आलोक तिवारी,पप्पू वर्मा ,रजनीश कुमार,मोनालिशा घोष, शशि कुमार ,अजय पटेल, हरेराम कुमार सहित हजारों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महानगर उपाध्यक्ष डॉ. बैकुंठ रॉय ने किया।

पटना से नरोत्तम की रिपोर्ट

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