गणेश चतुर्थी पर देश लिखेगा एक और नया इतिहास, मोदी सरकार ने कर ली तैयारी, बदल जाएगी सबसे बड़ी परम्परा

DESK. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार इस वर्ष गणेशोत्सव के अवसर पर देश में एक नए इतिहास को बनाने जा रही है. गणेश चतुर्थी पर नया इतिहास लिखने की यह खबर संसद के सत्र से जुडी है. सूत्रों के अनुसार 18 सितम्बर से शुरू हो रहे संसद के विशेष सत्र में इस बार नए संसद भवन में भी नई शुरुआत की जाएगी. संसद का विशेष सत्र 18 सितंबर को पुराने भवन में शुरू होगा और बाद में गणेश चतुर्थी के अवसर पर 19 सितंबर को नए भवन में स्थानांतरित किया जाएगा.

एक प्रकार से यह देश में सबसे बड़ी परम्परा को बदलने से जुड़ा होगा. देश में नए संसद भवन का उद्घाटन हो चुका है लेकिन संसद का शीतकालीन सत्र पुराने संसद भवन में हुआ था. विपक्षी दलों ने इसे लेकर सवाल भी उठाया था कि आखिर नए संसद भवन में सत्र क्यों नहीं हुआ. वहीं अब जो बातें सामने आ रही हैं उसके अनुसार नए संसद भवन में नई शुरुआत गणेशोत्सव के अवसर पर होगी. इसके लिए सारी तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 

दरअसल, गणेशोत्सव पर संसद सत्र चलाने को लेकर जदयू ने मोदी सरकार को घेरा था. जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने पूछा था कि हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहार के दिन संसद का सत्र रखना हिंदुओं के बड़े वर्ग की भावना को आहत करने जैसा है. हालांक सब सूत्रों का कहना है कि मोदी सरकार ने जानबूझकर गणेशोत्सव पर नए संसद भवन में नई शुरुआत करने की योजना बनाई है. चुकी गणेश की पूजा प्रथम पूज्य के रूप में होती है इसलिए नए संसद में इसी दिन से सत्र की शुरुआत की जाएगी. 

गौरतलब है कि नए संसद सदन के उद्घाटन का अधिकांश विपक्षी दलों ने बहिष्कार किया था. विपक्षी दलों ने मांग की थी कि राष्ट्रपति से इसका उद्घाटन कराया जाए. हालांकि केंद्र सरकार ने विपक्षी दलों की मांग को दरकिनार कर दिया और पीएम मोदी ने ही उद्घाटन किया.