अडानी मामले में संसद में जोरदार हंगामा, लोकसभा-राज्यसभा स्थगित, कांग्रेस का देशव्यापी प्रदर्शन

DESK. अडानी मामले को लेकर संसद के दोनों सदनों में सोमवार को विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. विपक्ष की ओर से अडानी मुद्दे पर जेपीसी की अंग की जा रही है. संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या सर्वोच्च न्यायालय की निगरानी में अडानी समूह के मामले की जांच की मांग को लेकर विपक्षी सांसद संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के विरोध में इकट्ठा हुए. 

वहीं कांग्रेस ने 6 फरवरी को देशव्यापी आंदोलन का ऐलान किया. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मांग कर चुके हैं कि LIC, SBI सहित अन्य सरकारी संस्थानों में जो लोगों का पैसा है उसकी जांच होनी चाहिए और इसकी प्रतिदिन रिपोर्ट जनता के सामने रखी जाए। इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस ने 6 फरवरी को LIC और SBI दफ्तरों के सामने देशभर के जिलों में आंदोलन का ऐलान किया था।

CPI सांसद बिनॉय विश्वम ने राज्यसभा में नियम 267 के तहत बिजनेस नोटिस का निलंबन दिया। इसमें अडाणी समूह की कंपनियों के संकट के विषय पर चर्चा की मांग की गई है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने चीन के साथ सीमा की स्थिति पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।

इधर, 6 फरवरी को पार्टी के राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन की योजना से पहले कांग्रेस महासचिव (कम्युनिकेशन) जयराम रमेश ने कहा कि वे इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक दिन में तीन सवाल करेंगे और आपकी सरकार 'HAHK (हम अदानी के हैं कौन) कहने से छुप नहीं सकती। कौन)। उन्होंने एक बयान में कहा कि अडानी समूह के खिलाफ वर्षों से लगाए गए गंभीर आरोपों की जांच के लिए क्या कार्रवाई की गई है और क्या प्रधानमंत्री के तहत इस मामले में निष्पक्ष और निष्पक्ष जांच की कोई उम्मीद है? रमेश ने प्रधान मंत्री ने इस मुद्दे पर अपनी 'चुप्पी' तोड़ने को कहा है।