छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में जैतखंभ को तोड़ने के बाद भड़की हिंसा, आक्रोशित लोगों ने कलेक्ट्रेट और एसपी आवास को फूंका, कई गाड़ियां भी फूंकी, स्थिति बेकाबू

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में जैतखंभ को तोड़ने के बाद भड़की हिंसा, आक्रोशित लोगों ने कलेक्ट्रेट और एसपी आवास को फूंका, कई गाड़ियां भी फूंकी, स्थिति बेकाबू

DESK : छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक जैतखांभ में हुई तोड़फोड़ को लेकर सतनामी समाज ने आज जमकर बवाल मचाया। यहां समाज के लोगों ने न सिर्फ बलौदाबाजार-भाटापारा में जमकर प्रदर्शन किया। बल्कि हिंसक भीड़ ने इस दौरान कलेक्टर कार्यालय और पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आग लगा दी। इससे परिसर में खड़े सैकड़ों मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहन जलकर राख हो गये।

जानकारी के मुताबिक 20-25 दिन पहले कस्बे के गिरौधपुरी में सतनामी समुदाय का धार्मिक स्थल जैतखाम तोड़ दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं और पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।

कलेक्टर कार्यालय में करीब 150 लोग फंसे

कलेक्टर कार्यालय के अंदर 100 से 150 लोग फंसे रहे, जो अपने काम से गए थे। उन्हें पीछे से किचन के रास्ते पुलिस बल ने बाहर निकाला। उन्हें मैदान में सुरक्षित रखा गया है। वहीं कलेक्टर कार्यालय में आग लगने से कई विभागों के दस्तावेज जलकर राख हो गए हैं। वहीं आधा दर्जन से ज्यादा कारें, बाइक भी जल गए हैं। इनमें सरकारी वाहन भी शामिल हैं।

जानें क्या था मामला

बताया जाता है कि गिरौदपुरी धाम के पवित्र अमरगुफा के नजदीक 15-16 मई की रात को कुछ असमाजिक तत्वों ने जैतखांभ को क्षति पहुंचाने की कोशिश की थी। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। दूसरी ओर समाज का कहना है कि इस मामले में पर्दे के पीछे कई और भी आरोपी हैं, जिन्हें गिरफ्तार किया जाए। समाज की इस पर मांग पर राज्य सरकार ने न्यायिक जांच कराने की घोषण भी की है

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