वार्ड पार्षद को बेहतर सफाई कार्य की मांग करना पड़ा भारी, नगर निगम के कर्मियों ने बंद किया काम, अब कार्यालय के बाहर कचरा गिराकर जताया विरोध

वार्ड पार्षद को बेहतर सफाई कार्य की मांग करना पड़ा भारी, नगर निगम के कर्मियों ने बंद किया काम, अब कार्यालय के बाहर कचरा गिराकर जताया विरोध

MOTIHARI: मोतिहारी नगर निगम में सही सफाई का कार्य खोजना वार्ड पार्षद को महंगा पड़ा है। कर्मियों से पार्षद ने सफाई कार्य बेहतर करने की मांग की तो नगर निगम ने वार्ड 18 की सफाई कार्य को एक सप्ताह के लिए बंद कर दिया। जिससे नाराज वार्ड नंबर 18 के वार्ड पार्षद धीरज जायसवाल ने नगर निगम के गेट पर कचरा डाल विरोध प्रदर्शन जताया। 

वार्ड पार्षद ने नगर निगम द्वारा वार्ड की सफाई कार्य छोड़ने पर अपने निजी कोष से सफाई कार्य कराने की बात कहा है। जबकि नगर निगम के द्वारा डोर टू डोर मद में 42 लाख 25 हजार प्रति माह भुगतान कर बंदरबाट किया जाता है। वहीं नाला सफाई के नाम 39 लाख 25 हजार रुपए एनजीओ को प्रतिमाह देने का नगर निगम के द्वारा एग्रीमेंट किया गया है। जबकि धरातल पर सफाई के नाम शून्य है।

इस दौरान वार्ड पार्षद 18 के धीरज जायसवाल ने नगर निगम सफाई के नाम पर लगभग करोड़ों की राशि प्रतिमाह बंदरबांट करने का गंभीर आरोप लगाए हैं। धीरज जयसवाल ने कहा कि वार्ड के लोगों द्वारा भेद भाव किया जाता है। वार्ड के साफ-सफाई के लिए ना तो गाड़ी भेजी जाती है ना कर्मी को प्राइवेट गाड़ी हायर कर वार्ड का साफ सफाई कराया जाता है।जबकि नगर निगम के पास सैकड़ों गाड़ी है।

उन्होंने बताया कि, इसके पूर्व में हुए बैठक में भी सफाई को लेकर कई बार  सवाल उठाया गया था, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसी वजह से नगर निगम के गेट पर कचरा डाल विरोध किया है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि, यदि मोतिहारी नगर निगम की सफाई में नहीं सुधार हुआ तो शहर का कचरा ईओ के कार्यालय के गेट पर ही डालेंगे।