यह कैसी शराबबंदी: आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों की पढ़ाई नहीं, शराब तस्करी का चलता था खुला कारोबार, पुलिस भी हैरान

JAMUI : बिहार के आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ आए दिन कोई न कोई शिकायत मिलती रहती है। लेकिन इस बार जो मामला सामने आया है। वह हैरान करनेवाला है। क्योंकि इस बार मामला बच्चों की कम उपस्थिति से नहीं, बल्कि शराबबंदी से जुड़ी है। शराब तस्करों ने अब आगंनबाड़ी को भी नहीं छोड़ा है। जिले के एक आंगनबाड़ी को शराब तस्करी का अड्डा बना दिया गया है। मामले में केंद्रे से भारी मात्रा में शराब मिलने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।

यह मामला जिले के सिकंदरा थाना अंतर्गत पोहे गांव के वार्ड नंबर 2 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र का है। शनिवार की रात गुप्त सूचना के आधार पर सिकंदरा थाने की पुलिस ने आंगनबाड़ी केंद्र से भारी मात्रा में विदेशी शराब की खेप बरामद की है। जानकारी देते हुए सिकंदरा थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि आंगनबाड़ी केंद्र में भारी मात्रा में शराब की खेप को वाहन से अनलोडिंग किया जा रहा है।


सूचना के बाद थानाध्यक्ष अपने दलबल के साथ मौके पर पहुंचे पुलिस के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र के कमरे की तलाशी ली गई। जिसमे केंद्र के पिछले कमरे से 35 कार्टन विदेशी शराब एवं दर्जनों केन बियर बरामद किया गया। इस अभियान में थानाध्यक्ष विजय कुमार, अवर निरीक्षक मकसूद खान, सहायक अवर निरीक्षक मोहम्मद तय्यब, रामाशीष यादव, टाइगर मोबाइल एवं जवानों के द्वारा कार्रवाई की गई।

थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि झारखंड निर्मित शराब व कैन बियर बरामद की गई है. बताया जाता है कि जब्त शराब की कीमत बाजारों में चार लाख रुपए से अधिक बतायी जाती है। इधर आंगनबाड़ी से शराब बरामद होने की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई है। लोग तरह तरह के सवाल उठा रहे हैं।