UP NEWS: लोकबंधु अस्पताल में लगी भीषण आग, चीख-पुकार और भगदड़ जानिए दहशत के वो चार घंटे!

UP NEWS: लोकबंधु अस्पताल में लगी भीषण आग, चीख-पुकार और भगदड़ जानिए दहशत के वो चार घंटे!

लखनऊ: सोमवार रात लखनऊ के लोकबंधु अस्पताल में बड़ा हादसा हो गया। रात करीब 9:30 बजे अस्पताल की दूसरी मंज़िल पर भीषण आग लग गई। देखते ही देखते आग ने आईसीयू और फीमेल मेडिसिन वार्ड को अपनी चपेट में ले लिया। उस समय इन वार्डों में लगभग 55 मरीज भर्ती थे।


अस्पताल में मची अफरा-तफरी

जैसे ही आग की लपटें उठीं, पूरे अस्पताल में चीख-पुकार और भगदड़ मच गई। मरीजों, तीमारदारों और स्टाफ को कुछ समझ नहीं आया। चारों तरफ धुंआ और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हर कोई अपनों की जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहा था।


डॉक्टरों और स्टाफ ने दिखाई बहादुरी

इस मुश्किल घड़ी में डॉक्टरों, नर्सों, स्टाफ और तीमारदारों ने जान जोखिम में डालकर मरीजों को बाहर निकालना शुरू किया। सबसे पहले आईसीयू और फीमेल वार्ड के मरीजों को बाहर निकाला गया। उसके बाद बाकी वार्डों से भी मरीजों को सुरक्षित निकाला गया। करीब 250 से ज़्यादा मरीजों को रेस्क्यू कर लिया गया। फिलहाल किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।


फायर ब्रिगेड को झेलनी पड़ी मुश्किल

आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। लेकिन अस्पताल का मुख्य रास्ता संकरा होने के कारण दमकल की बड़ी गाड़ी गेट में फंस गई। एक घंटे तक काफी कोशिश की गई, लेकिन गाड़ी अंदर नहीं जा सकी। बाद में छोटी फायर ब्रिगेड गाड़ियों को पीछे के रास्ते से अस्पताल में भेजा गया। तब तक आग फैल चुकी थी और पूरे परिसर में धुंआ और अंधेरा फैल गया।


अंधेरे और धुंए के बीच मुश्किल रेस्क्यू

आग फैलने के बाद अस्पताल की बिजली काट दी गई जिससे हर तरफ अंधेरा हो गया। धुंआ और अंधेरे के कारण मरीजों को बाहर निकालना बेहद मुश्किल हो गया। मोबाइल की रोशनी और टॉर्च की मदद से लोगों को बाहर लाया गया। इस बीच कई लोग अपने परिजनों को ढूंढते हुए रोते-बिलखते नजर आए। कोई अपने पिता को बचाने की गुहार लगा रहा था तो कोई महिला अपने पति के लिए मदद मांग रही थी।


एक फायरमैन लापता

आग बुझाने के दौरान फायरमैन दिलशाद लापता हो गए। कई घंटों तक उनका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद बड़ी संख्या में फायर ब्रिगेड कर्मियों को सुरक्षा उपकरणों के साथ भीतर भेजा गया।


मरीजों को दूसरे अस्पतालों में भेजा गया

आग लगने के बाद अस्पताल खाली करवा लिया गया। सभी मरीजों को लखनऊ के दूसरे अस्पतालों जैसे सिविल, बलरामपुर, केजीएमयू और लोहिया अस्पताल में शिफ्ट किया गया।


सरकार ने लिया संज्ञान

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से पूरी जानकारी ली और राहत कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस घटना पर गंभीरता दिखाई। उन्होंने अफसरों से बात कर त्वरित कार्रवाई और जांच के निर्देश दिए। इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम को भी मौके पर भेजा गया।

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