UP NEWS: यूपी के इस जिले में बनेगा 99 करोड़ की लागत से नया जिला अस्पताल

UP NEWS: यूपी के इस जिले में बनेगा 99 करोड़ की लागत से नया जिला अस्पताल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में किए जा रहे सुधारात्मक कदम और विकास कार्यों की यह जानकारी काफी महत्वपूर्ण है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस संबंध में विस्तार से बताया..


स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं। इसके तहत सीतापुर जिले में 200 शैय्या युक्त जिला चिकित्सालय का भवन निर्माण किया जाएगा। इसके निर्माण के लिए कुल लागत 99.39 करोड़ रुपये अनुमानित की गई है। इस परियोजना के लिए प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति भी जारी की जा चुकी है, और राज्यपाल द्वारा प्रथम किश्त के रूप में ₹4 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है।


सीतापुर और उसके आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को इससे सीधा लाभ मिलेगा, और प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। डिप्टी सीएम ने यह भी बताया कि सरकार का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में आने वाले मरीजों को समुचित इलाज और दवाएं उपलब्ध कराना है। इस दिशा में कई नए चिकित्सालयों का निर्माण भी किया जा रहा है, जिससे प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेंगी।


शिक्षा के क्षेत्र में सुधार

वहीं, शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत निजी स्कूलों में प्री-प्राइमरी और कक्षा एक में निश्शुल्क दाखिले की प्रक्रिया भी जारी है। इस वर्ष के चौथे चरण में 46,526 बच्चों के प्रवेश के लिए आवेदन किए गए हैं। 23 मार्च तक सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (BSA) को इन आवेदन फार्मों का सत्यापन करने के निर्देश दिए गए हैं। सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद 24 मार्च को लाटरी निकाली जाएगी और 27 मार्च को बच्चों को निजी स्कूलों में सीटें आवंटित की जाएंगी।


अब तक, पहले तीन चरणों में 2,88,428 आवेदन फार्म प्राप्त हुए थे, जिनमें से सत्यापन के बाद 2,17,665 आवेदन फार्म सही पाए गए थे और 1,57,471 बच्चों को निजी स्कूलों में सीटें आवंटित की जा चुकी हैं। इस प्रक्रिया के तहत, आरटीई के माध्यम से गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों को शिक्षा की सुविधा मिल रही है। इस पूरे अभियान में सरकारी प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले और शिक्षा का अधिकार सभी तक पहुंच सके।

Editor's Picks