Crime News: बिहार के किशोर की अपहरण कर लखनऊ में हत्या, ओएलएक्स पर iPhone का झांसा देकर मांगी गई थी फिरौती
लखनऊ: बिहार के नवादा निवासी 14 वर्षीय सूरज कुमार उर्फ सुंदरम ने ओएलएक्स पर iPhone का विज्ञापन देखा और संपर्क किया। ठगों ने उसे फर्जी डील में फंसा लिया। सूरज ने आधार कार्ड साझा किया और क्यूआर कोड से 1.15 लाख रुपये भी ट्रांसफर कर दिए, लेकिन उसे फोन नहीं मिला। सूरज ने इस बारे में अपने दोस्तों से बात की। इसी दौरान बदमाशों ने उसे और पैसे ऐंठने की योजना बनाई। उनमें से एक कन्हैया कुमार, सूरज का दूर का रिश्तेदार भी था।
हत्या की साजिश
19 अगस्त को सूरज को फोन देने के बहाने वारसलीगंज रेलवे स्टेशन (बिहार) बुलाया गया। वहां से उसे एक ऑटो में बैठाकर बागी बगडिहा गांव की बालू खदान ले जाया गया। बदमाशों ने उसकी पिटाई की और गला दबाकर हत्या कर दी। शव को बालू में दबाकर वे लखनऊ भाग आए।
फिरौती का नाटक
हत्या के अगले दिन 20 अगस्त को बदमाशों ने सूरज के फोन से उसके घरवालों को कॉल किया। उन्होंने दावा किया कि सूरज जिंदा है और उसे छुड़ाने के लिए 30 लाख रुपये फिरौती मांगी। बदमाश लगातार स्थान बदलते रहे। उनकी लोकेशन पहले लखनऊ, फिर हरदोई, बरेली, दिल्ली और आखिर में फरीदाबाद में मिली।
एसटीएफ और बिहार पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
बिहार पुलिस ने यूपी एसटीएफ से मदद मांगी। सीओ प्रमेश कुमार शुक्ला की टीम ने तीन दिन तक लगातार लोकेशन ट्रैक की। आखिरकार शनिवार को फरीदाबाद के धीरज नगर से पांच बदमाशों — सूरज कुमार, शिवम कुमार, कन्हैया कुमार, सुमन कुमार और शिवम कुमार — को गिरफ्तार कर लिया गया।
खुलासा
पूछताछ में पूरी वारदात का राज सामने आया। आरोपितों ने माना कि फोन की ठगी के बाद सूरज को खत्म कर दिया गया था और फिरौती के लिए उसके जिंदा होने का नाटक किया गया। बिहार पुलिस अब आरोपितों को ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले जाएगी।