Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या फिर बनने जा रही है इतिहास की गवाह, राम दरबार समेत 8 देवालयों की प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या: अयोध्या एक बार फिर ऐतिहासिक और पावन क्षणों की साक्षी बनने जा रही है। राम मंदिर अब सोने की चमक से जगमगा रहा है और अब श्रीराम दरबार समेत आठ मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है। यह विशेष अनुष्ठान 3 जून से 5 जून तक चलेगा। खास बात यह है कि 5 जून को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे — और इसी दिन उनका जन्मदिन भी है।


तीन दिन का महा-अनुष्ठान शुरू

इस आयोजन की शुरुआत 3 जून की सुबह 6:30 बजे से हुई और यह 5 जून को दोपहर 1:40 बजे तक चलेगा। अंतिम दिन यानी 5 जून को अभिजीत मुहूर्त में श्रीराम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इसी शुभ मुहूर्त में इस वर्ष 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा की थी। इसके अलावा सूर्य मंदिर, जानकी मंदिर, हनुमान मंदिर सहित कुल आठ देवालयों में मूर्तियों की स्थापना भी की जाएगी।


अनुष्ठान में कौन-कौन रहेंगे शामिल

यह पूरा अनुष्ठान चंदौली के प्रसिद्ध आचार्य पंडित जयप्रकाश के नेतृत्व में 101 वैदिक आचार्य वैदिक विधि-विधान से संपन्न कराएंगे। इसमें अयोध्या के प्रमुख संत, आचार्य, विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारी भी भाग लेंगे।


सरयू से आया पवित्र जल

प्राण प्रतिष्ठा से पहले एक सुंदर परंपरा निभाई गई। अयोध्या की स्थानीय महिलाओं ने सरयू नदी से पवित्र जल लाकर मंदिर परिसर तक जल कलश यात्रा निकाली। इस यात्रा में 400 महिलाएं शामिल हुईं। यह जल राम मंदिर में मूर्तियों को स्नान कराने के लिए उपयोग किया जाएगा।


सुरक्षा और व्यवस्था के खास इंतजाम

अयोध्या में इस आयोजन को लेकर सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पूरी तैयारी की गई है। हर चौराहे और मार्ग पर सुरक्षाबलों की तैनाती है, और सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है। जिलाधिकारी निखिल टी. फुंडे ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। वहीं एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने सभी से अपील की है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और शांति बनाए रखें।