UP NEWS: दुष्कर्म के आरोप में एटा जेलर को हटाया गया, दारोगा को भी किया गया बर्खास्त

एटा: उत्तर प्रदेश के एक जिला जेल में जेलर और दारोगा के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बाद लंबे समय बाद कार्रवाई की गई है। जेलर पर दुष्कर्म और गर्भपात कराने के आरोपों के बाद उसे झांसी जिला जेल से संबद्ध कर दिया गया है, जबकि वीडियो बनाकर जेलर पर आरोप लगाने वाले दारोगा को बर्खास्त कर दिया गया है। यह मामला दो महीने पहले शुरू हुआ था जब दारोगा ने एक वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर प्रसारित किया था।
वीडियो में आरोप
जिला जेल में तैनात दारोगा राजीव हंस ने वीडियो बनाकर जेलर प्रदीप कुमार पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। दारोगा ने आरोप लगाया था कि जेलर उससे महिलाओं की मांग करते हैं और उसे छुट्टी नहीं देते। इसके अलावा, दारोगा ने आत्महत्या करने की धमकी भी दी थी। वीडियो के प्रसारण के बाद मामला गंभीर हो गया, और जांच शुरू की गई।
जांच और कार्रवाई
डीआईजी जेल ने इस मामले की जांच के लिए आगरा जेल अधीक्षक को जिम्मेदारी सौपी। जांच अधिकारी ने दारोगा को अनुशासनहीनता और नियमावली का उल्लंघन करते हुए दोषी पाया और शासन को रिपोर्ट भेजी। इसके बाद दारोगा को बर्खास्त कर दिया गया।
जेलर पर दुष्कर्म और गर्भपात के आरोप
इस मामले में जेलर प्रदीप कुमार भी आरोपों से घिरे रहे। पिछले महीने आगरा के सिकंदरा क्षेत्र की एक नर्स ने जेलर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया। महिला ने कहा कि कोरोना काल में जब जेलर आगरा में तैनात थे, वह जेल में टीकाकरण के लिए जाती थी। एक दिन जेलर ने उसे अपने घर बुलाकर जाल में फंसा लिया और दुष्कर्म किया। इसके बाद महिला ने गर्भपात भी कराया और जेलर ने धमकी दी। महिला ने तीन दिन पहले इस मामले में दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था।
जेल प्रशासन की कार्रवाई
जेल प्रशासन ने महिला की शिकायत के बाद इस मामले को उच्च अधिकारियों को भेजा। इसके बाद जेलर और दारोगा पर कार्रवाई की गई। जेल अधीक्षक अमित चौधरी ने पुष्टि करते हुए कहा कि जेलर प्रदीप कुमार को झांसी कारागार से संबद्ध कर दिया गया है और दारोगा को शासन ने बर्खास्त कर दिया है। जेलर पर दर्ज मुकदमे की पुलिस जांच चल रही है।