UP NEWS: यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो, तीन साल में बढ़ा आकार, बढ़ी पहचान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) ने सिर्फ तीन साल के अंदर देश और दुनिया के व्यापार मानचित्र पर अपनी अलग पहचान बना ली है। 2023 से शुरू हुआ यह आयोजन हर साल और भव्य होता जा रहा है। प्रदर्शकों, विज़िटर्स और विदेशी खरीदारों की बढ़ती संख्या साफ दिखाती है कि यूपी अब निवेश और व्यापार का नया केंद्र बन चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शुरू हुआ यह शो अब राज्य की औद्योगिक, कृषि और सांस्कृतिक ताकत को दुनिया के सामने रखने का अहम मंच बन गया है।


पहले आयोजन ने दिखाई नई दिशा

साल 2023 में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का पहला आयोजन हुआ था, जिसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया। इस शो में बड़ी संख्या में बी2बी और बी2सी विज़िटर्स पहुंचे। हजारों प्रदर्शकों ने अपने उत्पाद और सेवाएं प्रदर्शित कीं। इसके साथ ही कई विदेशी खरीदार भी जुड़े, जिससे यूपी के उत्पादों को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिली। यह आयोजन स्थानीय उद्यमियों को अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़ने का बड़ा अवसर बना।


2024: दूसरे संस्करण की सफलता

पहले आयोजन की सफलता ने 2024 के आयोजन को और भव्य बना दिया। इसका उद्घाटन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किया। इस बार बी2बी और बी2सी विज़िटर्स की संख्या पहले से कहीं अधिक रही। प्रदर्शकों की संख्या भी बढ़ी और विदेशी खरीदारों की मौजूदगी ने इस आयोजन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत कर दिया। इस संस्करण ने यह साबित कर दिया कि यूपीआईटीएस अब सिर्फ राष्ट्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक व्यापार का भी अहम मंच बन चुका है।


2025: तीसरे आयोजन से नई उम्मीदें

अब बारी है 2025 के तीसरे आयोजन की, जो 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में होने जा रहा है। आयोजकों को उम्मीद है कि इस बार विज़िटर्स की संख्या पांच लाख से अधिक होगी। इनमें बी2बी और बी2सी दोनों तरह के विज़िटर्स बड़ी संख्या में शामिल होंगे। प्रदर्शकों की संख्या ढाई हजार से ऊपर पहुंचने की संभावना है। इसके अलावा 500 से ज्यादा विदेशी खरीदार भी इसमें भाग लेंगे। खास बात यह है कि इस बार रजिस्ट्रेशन की सुविधा क्यूआर कोड आधारित मोबाइल एप से मिलेगी, जिससे पूरी प्रक्रिया और आसान और पारदर्शी हो जाएगी।


यूपी की वैश्विक पहचान

तीन साल में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो ने यह साबित कर दिया है कि उत्तर प्रदेश तेजी से अंतरराष्ट्रीय व्यापार मानचित्र पर अपनी अलग और मजबूत पहचान बना रहा है। यह आयोजन न केवल राज्य के उद्योग और कारोबार को नई दिशा दे रहा है, बल्कि निवेश और विकास के नए अवसर भी पैदा कर रहा है।