UP NEWS: 'सर्वोत्तम प्रदेश' के साथ 'हरित प्रदेश' हुआ उत्तर प्रदेश

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने सुशासन, सुदृढ़ कानून व्यवस्था और पर्यावरण संरक्षण में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। योगी सरकार ने 204 करोड़ से अधिक पौधरोपण कर उत्तर प्रदेश को "हरित प्रदेश" बना दिया है। इसके परिणामस्वरूप प्रदेश में वनावरण और वनाच्छादन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। भारतीय वन स्थिति रिपोर्ट 2023 के अनुसार, यूपी के वनावरण और वनाच्छादन में 559.19 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है।
पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जनअभियान-2024 के तहत यूपी में 36.80 करोड़ पौधरोपण किए गए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग में कई अहम कदम उठाए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रमुख पहलें और उपलब्धियाँ:
- कार्बन क्रेडिट और किसानों की आय में वृद्धि: यूपी में पहली बार कार्बन क्रेडिट के जरिए किसानों की आय में वृद्धि हुई।
- दुधवा टाइगर रिजर्व में पर्यटन: दुधवा टाइगर रिजर्व और दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में ईको पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए 25 नवम्बर 2024 को लखनऊ से पलिया तक हवाई सेवा का शुभारंभ किया गया।
- जटायु संरक्षण केंद्र का उद्घाटन: 6 सितंबर 2024 को गोरखपुर के कैम्पियरगंज में एशिया के प्रथम नवनिर्मित जटायु संरक्षण एवं प्रजनन केंद्र का उद्घाटन किया गया। इस केंद्र में राजगिद्धों (नर और मादा) का संरक्षण किया जाएगा।
- पेड़ लगाओ, पेड़ बचाओ जन अभियान 2024: इस अभियान के तहत 36.80 करोड़ पौधरोपण किए गए। मुख्यमंत्री ने लखनऊ, प्रयागराज और गोरखपुर में पौधरोपण किया।
- वेटलैण्ड संरक्षण वन: प्रदेश के 223 महत्वपूर्ण वेटलैण्ड्स के जलागम क्षेत्र में वेटलैण्ड संरक्षण वन की स्थापना की गई।
- विरासत वृक्ष वाटिका और अन्य वन: प्रदेश में 948 विरासत वृक्ष वाटिका का निर्माण किया गया। इसके अलावा, मित्र वन, मियावाकी वन, पंचवटी, नवग्रह वाटिका जैसे महत्वपूर्ण वन और उद्यानों का निर्माण किया गया।
- सारस पक्षी की संख्या में वृद्धि: ग्रीष्मकालीन गणना 2024 के अनुसार, राज्य पक्षी सारस की संख्या 19,994 हो गई, जो 2023 में 19,522 और 2022 में 19,188 थी.
उत्तर प्रदेश का वनाच्छादन और वनावरण में बढ़ोतरी:
भारतीय वन स्थिति रिपोर्ट 2023 के अनुसार, उत्तर प्रदेश का वनाच्छादन में 559.19 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है। इसके साथ ही, 8 वर्षों में 204 करोड़ से अधिक पौधरोपण किए गए हैं, जिससे प्रदेश का हरित क्षेत्र बड़ा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तहत किए गए पौधरोपण के आँकड़े:
वर्ष पौधरोपण (करोड़ में)
2017-18 5.72 करोड़
2018-19 11.77 करोड़
2019-20 22.60 करोड़
2020-21 25.87 करोड़
2021-22 30.53 करोड़
2022-23 35.49 करोड़
2023-24 36.16 करोड़
2024-25 36.80 करोड़
पेड़ लगाओ-पेड़ बचाओ जनअभियान 2024 की प्रमुख उपलब्धियाँ:
सर्वाधिक पौधरोपण: सोनभद्र (1.53 करोड़), झांसी (97 लाख), लखीमपुर खीरी (95 लाख), जालौन (94 लाख) और मीरजापुर (93 लाख) ने प्रमुख स्थान प्राप्त किया।
सर्वाधिक पौधरोपण करने वाले विभाग: ग्राम्य विकास विभाग (13.54 करोड़), वन विभाग (12.64 करोड़), कृषि विभाग (2.89 करोड़) और उद्यान विभाग (1.61 करोड़)।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजनाएँ
किसानों की निजी भूमि पर खड़े वृक्षों के लिए कार्बन क्रेडिट: 20 जुलाई 2024 को उत्तर प्रदेश ने निजी वृक्षों के लिए कार्बन क्रेडिट का भुगतान करने वाला पहला राज्य बनकर एक नई पहल शुरू की।
उत्तर प्रदेश की वन्यजीव संरक्षण में सफलताएँ
सर्वाधिक डॉल्फिन पाई गईं: उत्तर प्रदेश में नदी डॉल्फिन की कुल संख्या 2,397 है, जो देश में सबसे अधिक है।
इन सभी प्रयासों और उपलब्धियों के साथ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को पर्यावरण संरक्षण और वन-संवर्धन के मामले में अग्रणी राज्य बना दिया है।