UP NEWS: कौन है आईएसआई एजेंट रविंद्र कुमार सिंह? जिसे यूपी एटीएस ने आगरा से किया गिरफ्तार

UP NEWS: कौन है आईएसआई एजेंट रविंद्र कुमार सिंह? जिसे यूपी एटीएस ने आगरा से किया गिरफ्तार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश एटीएस (UPATS) ने शुक्रवार को एक बड़ा खुलासा करते हुए फिरोजाबाद आर्डिनेंस फैक्टरी में काम करने वाले रवींद्र कुमार नामक युवक को गिरफ्तार किया है। इस युवक ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के हैंडलर से गोपनीय सूचनाएं साझा की थीं। एटीएस को रवींद्र के फोन से कुछ बेहद संवेदनशील दस्तावेज मिले हैं, जिनसे यह स्पष्ट हो गया कि वह पाकिस्तान के लिए काम कर रहा था।


कैसे हुआ संपर्क और सूचनाओं का आदान-प्रदान

रवींद्र कुमार की फेसबुक के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की हैंडलर नेहा शर्मा से दोस्ती हुई थी। नेहा शर्मा ने रवींद्र से बातचीत शुरू की और धीरे-धीरे उसे भरोसे में लिया। बाद में, नेहा ने रवींद्र से आर्डिनेंस फैक्टरी से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं मांगी और बदले में उसे बहुत बड़ा आर्थिक फायदा देने का वादा किया। डर के चलते रवींद्र ने नेहा को महत्वपूर्ण और संवेदनशील जानकारी देना शुरू कर दी। वह वाट्सएप के जरिए लगातार नेहा से संपर्क करता था और सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण सूचनाएं साझा करता रहा।


गोपनीय दस्तावेज और अन्य सामग्री की बरामदगी

एटीएस ने रवींद्र के पास से एक मोबाइल फोन, आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पैन कार्ड, एटीएम डेबिट कार्ड, 6220 रुपये नकद और कई गोपनीय दस्तावेज बरामद किए हैं। इनमें एक दस्तावेज 2025 की डेली प्रोडक्शन रिपोर्ट से संबंधित था, जिसमें ड्रोन से जुड़ा एक गोपनीय प्रोजेक्ट की जानकारी थी। इसके अलावा, कई अन्य संवेदनशील दस्तावेज भी रवींद्र के पास से मिले हैं।


यूपी एटीएस की कार्रवाई

एटीएस को जानकारी मिली कि रवींद्र कुमार नाम का व्यक्ति आईएसआई के हैंडलर के साथ गोपनीय और संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा है। इसके बाद, आगरा यूनिट ने रवींद्र से प्रारंभिक पूछताछ की और फिर उसे विस्तृत पूछताछ के लिए एटीएस मुख्यालय बुलाया। एटीएस की पूछताछ में यह साफ हो गया कि रवींद्र ने लंबे समय तक नेहा शर्मा नामक हैंडलर से संवेदनशील जानकारी साझा की थी और वह आईएसआई के एक सक्रिय मॉड्यूल के सदस्य के रूप में काम कर रहा था।


आईएसआई के खतरनाक मंसूबे

आईएसआई के हैंडलर अक्सर ऐसे लोगों को फंसाते हैं और उनसे महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा साबित हो सकती हैं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि रवींद्र कुमार ने आर्डिनेंस फैक्टरी की डेली प्रोडक्शन रिपोर्ट, स्टोर की रसीद, आपराधिक प्रचलन के दस्तावेज, आने वाले स्टॉक की जानकारी और अन्य संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान के हैंडलर से साझा की थी।


हालिया घटनाओं से जुड़े अन्य आतंकवादी मामले

हाल ही में उत्तर प्रदेश एसटीएफ और पंजाब पुलिस द्वारा संयुक्त अभियान में एक अन्य आतंकवादी को गिरफ्तार किया गया था। छह मार्च को यूपी के कौशांबी जिले से बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के एक सक्रिय आतंकवादी को पकड़ा गया, जो पाकिस्तान स्थित आईएसआई के गुर्गों से सीधे संपर्क में था। इससे पहले, फरीदाबाद में एक अन्य आतंकी को गिरफ्तार किया गया था, जिसे आईएसआईएस ने अयोध्या राम मंदिर पर हमले के लिए प्रशिक्षित किया था।


उत्तर प्रदेश एटीएस की इस कार्रवाई ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि सुरक्षा एजेंसियां भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले तत्वों पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। रवींद्र कुमार की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भारत में अपने नेटवर्क को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है। इन घटनाओं से यह भी सिखने को मिलता है कि गोपनीय जानकारी की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

Editor's Picks