UP NEWS: मेरठ में पुलिस पर हमला, फायरिंग, पथराव और जमकर तोड़फोड़

UP NEWS: मेरठ में पुलिस पर हमला, फायरिंग, पथराव और जमकर तोड़फोड़

UP NEWS: मेरठ में एक सनसनी खेज मामला सामने आया है दिवाली पूजन के लिए घर पहुंचे दहेज हत्या की आरोपियों से पड़ोसी और पीड़ित पक्ष भीड़ गए। जमकर मारपीट हुई सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया लड़की पक्ष ने आरोपियों और पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया। इसके बाद देखते ही देखते विवाद बढ़ गया पुलिस पर फायरिंग पथराव करते हुए पुलिस की गाड़ी और बाइक समेत एक निजी कर में जमकर तोड़फोड़ की गई इसके बाद पुलिस ने अतिरिक्त फोर्स बुलाकर लाठी फटकार कर भीड़ को खदेड़ा इस पूरे मामले में पुलिस ने पांच हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि कई अन्य फरार है।


कसेरूखेड़ा निवासी निशा वर्मा की शादी 10 मई 2024 को के-ब्लॉक शास्त्रीनगर निवासी बैंककर्मी दीपक वर्मा से हुई थी। 21 जुलाई को निशा के परिवार को सूचना मिली कि उसकी स्थिति बिगड़ गई है और उसे अस्पताल ले जाया गया है। जब परिवार ने अस्पताल पहुंचकर निशा की मौत की सूचना प्राप्त की, तो उन्होंने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाते हुए नौचंदी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले में आरोपी पति दीपक, सास मंजू और ससुर देवेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं, जेठ जितेंद्र और देवर हिमांशु फरार हो गए।


बृहस्पतिवार रात, जितेंद्र वर्मा और हिमांशु वर्मा दिवाली पूजन के लिए अपने बंद पड़े मकान में पहुंचे। इस दौरान, निशा के परिजनों और कुछ पड़ोसियों ने उन्हें घेर लिया, जिसके बाद दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया। परिजनों ने आग लगाने की धमकी दी। पुलिस मौके पर पहुंची और जितेंद्र तथा हिमांशु को गाड़ी में बैठाकर थाने ले जाने लगी। तभी लड़की के पक्ष के कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया, जिससे अफरातफरी मच गई। इस बीच, गौरव उर्फ सनी ने पुलिस की गाड़ी में बैठे जितेंद्र पर फायर किया, जिससे वह और पुलिसकर्मी बाल-बाल बचे।


गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ बलवा, जानलेवा हमला और सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि फरार आरोपियों की तलाश जारी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। यह मामला न केवल घरेलू हिंसा और उसके प्रभावों को उजागर करता है, बल्कि न्याय व्यवस्था की चुनौतियों पर भी प्रकाश डालता है। आगे की कार्रवाई इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है।

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