यूपी विधानसभा उपचुनाव: भाजपा की उम्मीदवार सूची लटकी, फूलपुर सीट पर सपा-कांग्रेस समीकरण बना वजह
UP NEWS: उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशियों की सूची जारी होने में एक बार फिर देरी हो गई है। मंगलवार को सूची जारी होने की पूरी संभावना थी, लेकिन अब यह प्रक्रिया बुधवार तक के लिए टल गई है। इसके पीछे मुख्य वजह सपा और कांग्रेस के बीच फूलपुर सीट को लेकर बदलते राजनीतिक समीकरणों को माना जा रहा है।
फूलपुर सीट पर सपा-कांग्रेस के समीकरण में बदलाव
सूत्रों के अनुसार, समाजवादी पार्टी (सपा) ने फूलपुर सीट से मुस्लिम उम्मीदवार के रूप में मुस्तफा सिद्दकी को चुनावी मैदान में उतारने का फैसला किया था। हालांकि, अब यह चर्चा है कि सपा यह सीट कांग्रेस को दे सकती है। इस राजनीतिक बदलाव को देखते हुए भाजपा ने भी अपनी सूची जारी करने से पहले रणनीति में संशोधन किया है। भाजपा ने पहले सपा के मुस्लिम उम्मीदवार को ध्यान में रखते हुए पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार को मैदान में उतारने का निर्णय लिया था। लेकिन यदि कांग्रेस यह सीट अपने खाते में लेती है और गैर-मुस्लिम उम्मीदवार उतारती है, तो भाजपा भी उसी हिसाब से अपना प्रत्याशी बदलेगी।
दिल्ली में उच्चस्तरीय मंथन
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री—केशव प्रसाद मौर्य, जो फूलपुर सीट का प्रभार भी देख रहे हैं, और ब्रजेश पाठक—को दिल्ली बुलाया है। यहां पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री बीएल संतोष के साथ बैठक में इन बदलावों पर गहन चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने देर रात तक मंथन कर सूची को अंतिम रूप दे दिया है। सूची तैयार होने के बावजूद, अंतिम फैसला विपक्ष के समीकरणों और निषाद पार्टी की मांगों पर निर्भर करता है।
निषाद पार्टी की दो सीटों की मांग बनी बाधा
फूलपुर सीट के बदलते समीकरण के अलावा, भाजपा के सहयोगी निषाद पार्टी की मांग भी सूची जारी न होने का एक और प्रमुख कारण है। निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद ने दो सीटें मांगी हैं और इसके लिए वे पिछले दो दिनों से दिल्ली में डटे हुए हैं। हालांकि, दिनभर उनकी भाजपा नेतृत्व से मुलाकात नहीं हो सकी थी, लेकिन देर शाम उपमुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में उनकी नड्डा से बैठक हुई। इस बैठक में उन्होंने अपनी बात रखी और बुधवार को सुबह फिर बैठक होने की संभावना है, जिसमें सीटों के बंटवारे पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
नामांकन की तैयारी
सूत्रों का कहना है कि जिन सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी पहले से फाइनल हो चुके हैं, उन्हें नामांकन की तैयारी के लिए सूचना दी जा चुकी है। संभावना है कि भाजपा की उम्मीदवारों की सूची बुधवार को औपचारिक रूप से जारी की जाएगी, ताकि नामांकन की प्रक्रिया समय पर पूरी की जा सके। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में भाजपा की रणनीति सपा-कांग्रेस के बीच बदलते समीकरण और निषाद पार्टी की मांगों के अनुसार तय होगी, जिससे यह चुनावी मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।