Insurgency in Nepal - भारत विरोधी बालेंद्र शाह नहीं, नेपाल की पूर्व चीफ जस्टिस बनेगी प्रधानमंत्री, जेन-जेड ने रखा प्रस्ताव, बनारस से है खास कनेक्शन
Insurgency in Nepal - नेपाल के नए अंतरिम पीएम के रूप में बालेंद्र शाह की जगह जेन - जेड ने पूर्व चीफ जस्टिस को चुना है। जल्द ही वह देश की कमान संभाल सकती हैं।
N4N Desk - नेपाल में हुए विद्रोह के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित पूरा कैबिनेट अपना इस्तीफा दे चुका है और अब नेपाल में नए सिरे से प्रधानमंत्री की नियुक्ति की तैयारी शुरू हो गई है। जिसमें पहले यह खबर सामने आई थी कि इस आंदोलन के जनक और भारत विरोधी मानेजानवाले बालेंद्र शाह को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन कुछ घंटों में ही स्थिति बदल गयी है।
नेपाल में आंदोलन करनेवाले जेन-जेड ने नेपाल के अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में बालेंद्र शाह की जगह पहली महिला मुख्य न्यायाधीश सुशीला कार्की का नाम आगे किया है। वहीं बताया जा रहा है कि सुशीला कार्की ने नेपाल में अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करने पर अपनी सहमति दे दी है।
नेपाल में गत दो दिनों की बेकाबू स्थिति के बाद एक वर्चुअल सहमति बैठक के बाद सुशीला कार्की को 2500 लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ है। इसमें 500 लोगों ने हिस्सा लिया था। सुशीला कार्की के नाम का प्रताव Gen Z ने रखा है।
बीएचयू से की है पढ़ाई
सुशीला कार्की का बनारस के गहरा संबंध रहा है। 7 जून 1952 को नेपाल के विराट नगर में जन्मी सुशीला कार्की ने वर्ष 1974 में बीएचयू से पोलिटिकल साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की थी।जाहिर है कि उनके अंतरिम प्रधानमंत्री बनने से बीएचयू के पूर्व छात्र के तौर पर उनकी पहचान निश्चित ही भारत और नेपाल के संबंधों में काफी गति देगी।
वह एक नेपाली न्यायविद हैं। वह नेपाल के सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व मुख्य न्यायाधीश हैं और इस पद पर आसीन होने वाली एकमात्र महिला हैं। कार्की 11 जुलाई 2016 को मुख्य न्यायाधीश बनीं थीं।
यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि 30 अप्रैल 2017 को, माओवादी केंद्र और नेपाली कांग्रेस द्वारा कार्की के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश किया गया था। हालांकि , बाद में जनता के दबाव और सुप्रीम कोर्ट के अंतरिम आदेश के बाद महाभियोग प्रस्ताव वापस ले लिया गया। जिसके बाद उनके पीएम बनने का रास्ता साफ हो चुका है।