PM House Fire: प्रधानमंत्री के घर में लगी भीषण आग, फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची, आतंकवाद निरोधी इकाई को सौंपी गई जांच

PM House Fire: देर रात प्रधानमंत्री के घर में भीषण आग लग गई। मौके पर तुंरत फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची। टीम ने आधे घंटे में आग पर काबू पाया। फिलहाल मामले की जांच आतंकवाग निरोधी इकाई को सौंपी गई है। घटना के पीछे की वजह जानने की कोशिश की जा रही है...

प्रधानमंत्री के घर में लगी आग - फोटो : social media

PM House Fire: सोमवार तड़के सुबह लंदन के प्रधानमंत्री सर कीर स्टार्मर के निजी आवास में भीषण अगलगी की घटना सामने आई। 12 मई की सुबह पीएम के आवास में भीषण आग लग गई। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। आनन फानन में फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। लेकिन पुलिस ने मामले की जांच शुरु कर दी है। आग कैसे लगी इसको लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किए गए हैं। वहीं सुरक्षा कारणों को देखते हुए मेट्रोपॉलिटन पुलिस की आतंकवाद निरोधी इकाई (Counter Terrorism Command) को जांच सौंपी गई है।

पीएम के आवास में लगी आग

पुलिस के अनुसार यह आग 12 मई की सुबह 1:35 बजे लगी। लंदन फायर ब्रिगेड द्वारा आग लगने की सूचना दिए जाने के बाद पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और लगभग आधे घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। प्रधानमंत्री स्टार्मर भले ही डाउनिंग स्ट्रीट स्थित आधिकारिक निवास में रहते हैं लेकिन जिस घर में आग लगी वह उनका पारिवारिक घर है। जिसे उन्होंने किराए पर दिया हुआ है। घटना के बाद इलाके को घेरकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से यह पुष्टि की गई है कि स्टार्मर पूरी तरह सुरक्षित हैं और मामले की निगरानी की जा रही है

आतंकवाद निरोधी  इकाई जांच में जुटी

मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने पुष्टि की है कि आग के कारणों की जांच की जा रही है और एहतियातन मामले को आतंकवाद निरोधी कमान को सौंपा गया है। यह निर्णय स्टार्मर की हाई-प्रोफाइल सार्वजनिक भूमिका और पूर्व राजनीतिक संपर्कों को देखते हुए लिया गया। मालूम हो कि, लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर ने जुलाई में हुए आम चुनाव में भारतीय मूल के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को हराकर देश के 58वें प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया था। उनकी पार्टी को संसद की 650 में से 410 सीटें मिली थीं।

व्यवहारिक नेता हैं स्टार्मर 

स्टार्मर की छवि एक सीधे-साधे व्यवहारिक नेता की रही है। वे धर्म में विश्वास नहीं रखते जबकि उनके पूर्ववर्ती ऋषि सुनक खुद को धार्मिक बताते थे। आर्थिक स्थिति की बात करें तो स्टार्मर साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं और अरबपति नहीं हैं जैसा कि सुनक थे। हालांकि अभी तक आग लगने के पीछे किसी साजिश या आपराधिक इरादे के स्पष्ट संकेत नहीं मिले हैं, लेकिन जांच पूरी होने तक पुलिस ने मामले को संवेदनशील मानते हुए सतर्कता बरती है। घर के बाहर पुलिस की कड़ी निगरानी अब भी जारी है और पूछताछ की जा रही है।