Bihar Crime News: औरंगाबाद के प्रतिष्ठित मॉडल सदर अस्पताल की साख पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में एक व्यक्ति, बंटी खान नामक, अस्पताल में डॉक्टरों की भूमिका निभाता हुआ दिख रहा है। जांच पड़ताल से पता चला है कि बंटी वास्तव में एक्सरे तकनीशियन है और उसके पास डॉक्टर की डिग्री नहीं है। वह अक्सर निजी संस्था द्वारा संचालित एक्सरे मशीन पर काम करता है, लेकिन मरीजों को इलाज करने के लिए डॉक्टरों की कुर्सी पर बैठ जाता है। यह मामला औरंगाबाद में फर्जी पुलिस वाले के मामले के बाद एक और चौंकाने वाला खुलासा है।
बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने हाल ही में अपने फेसबुक पेज पर औरंगाबाद सदर अस्पताल में व्याप्त भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, अस्पताल के डीएस डॉ. आशुतोष कुमार एक फर्जी डॉक्टरों के गिरोह का संचालन कर रहे हैं और बंटी खान नामक व्यक्ति के माध्यम से अवैध वसूली कर रहे हैं।सिंह ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे ऑडियो और वीडियो क्लिप्स का हवाला देते हुए दावा किया है कि इन क्लिप्स में बंटी एक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हेरफेर करते हुए दिख रहा है और बदले में पैसे की मांग कर रहा है। इसके अलावा, बंटी को डॉक्टर की कुर्सी पर बैठकर मरीजों का इलाज करते हुए भी देखा गया है।
सिंह ने आरोप लगाया है कि यदि कोई अस्पताल कर्मचारी इस तरह की गतिविधियों का विरोध करता है, तो डीएस डॉ. आशुतोष कुमार उसके खिलाफ कार्रवाई करते हैं, जैसे कि उसका तबादला कर देना या निलंबित कर देना।पूर्व मंत्री ने कहा कि इस तरह के कुप्रबंधन के कारण अस्पताल में मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। अस्पताल अब केवल मरीजों को रेफर करने और पोस्टमार्टम करने तक सीमित हो गया है।सिंह ने जिला प्रशासन से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए फर्जी डॉक्टरों और भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं, तो वे जन आंदोलन शुरू करेंगे।सिंह ने बिहार सरकार से भी इस मामले की जांच करवाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की है।"
रिपोर्ट-दीनानाथ मौआर