AURANGABAD : औरंगाबाद में स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था के कारण ऑक्सीजन के अभाव में एक महिला की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया है। मौके पर उपस्थित लोगों ने बताया कि औरंगाबाद सदर अस्पताल में घंटे बिजली गायब थी। जिसके कारण ऑक्सीजन आपूर्ति ठप हो गई और एक महिला की ऑक्सीजन के अभाव में जान चली गई ,जो अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है कि आखिर जिला के स्वास्थ्य विभाग जिला के सबसे बड़ी हॉस्पिटल में भी बिजली गुम होने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर पाया है जिसके कारण आए दिन औरंगाबाद जिला अस्पताल सुर्खियों में बना रहता है।
ऑक्सीजन के अभाव में मरने वाली महिला की पहचान शहर के ही कर्म रोड स्थित सुनीता देवी के रूप में की गई है। सुनीता देवी के परिजनों ने बताया कि घंटे से लाइन गायब थी। जिसके कारण ऑक्सीजन की आपूर्ति ठप हो गई। उन्होंने यह भी बताया कि सुनीता देवी को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और ऑक्सीजन ठप होते ही सुनीता देवी की मौत हो गई।
मौत के बाद परिजनों ने विधि व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए बताया की विभाग पूरी तरह से निष्क्रिय है, जिसके कारण लगातार लोगों को जान गंवानी पड़ती है। उन्होंने यह भी बताया की अगर हॉस्पिटल की कमियों को लेकर कोई भी परिजन आवाज उठता है तो उसकी आवाज को पुलिस बल के द्वारा दबा दिया जाता है। आज मेरे साथ भी यही हुआ। जब हमने अपने परिवार के मौत के बाद सवाल उठाया तो नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और सभी परिजनों की आवाज को दबा दिया गया और शव को लेकर जाने पर मजबूर कर दिया , जो कहि से उचित नही था। जिसको लेकर परिजनों ने बिहार सरकार तथा जिला प्रशासन से इस मामले की जांच कराने की मांग किया है।
औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट