Bettiah News: बेतिया में पिस्टल के बल पर अपहरण कर जमीन की रजिस्ट्री कराई गई थी। इसकी सीसीटीवी सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था। आरोपी रवि कुमार उर्फ पीन्नू का नाम पूर्व उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के साथ जुड़ने के बाद यह मामला काफी हाई प्रोफाइल बन गया था। इस संदर्भ में तेजस्वी यादव लगातार नीतिश सरकार पर हमले कर रहे थे। सीसीटीवी फुटेज सामने आया जिसमें एक मजदूर को राइस मील से पिस्टल दिखाकर अगवा किया जा रहा है। एक व्यक्ति उसे गाड़ी में ले गया और जबरन उसकी जमीन पर हस्ताक्षर करवा लिए। पिन्नू का आपराधिक इतिहास रहा है।
सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद बेतिया के पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने एक विशेष जांच दल का गठन कर पिन्नू को पकड़ने के लिए एक रणनीति बनाई, जिसके कारण आज उसे अंततः सरेंडर करना पड़ा। उसकी गिरफ्तारी के बाद, एसपी ने कहा कि स्पीडी ट्रायल चला कर उसे सजा दिलाई जाएगी।
पुलिस ने अपने कप्तान के आदेश पर पर आरोपी पिन्नू की उस फॉर्च्यूनर कार को जेसीबी की मदद से खींच लिया, जिसका उपयोग उसने इस घटना को अंजाम देने के लिए किया था। जब पिन्नू कोर्ट से भागने में सफल हुआ, तब एसपी ने कठोर कदम उठाने का निर्णय लिया। अब कुर्की-जब्ती की प्रक्रिया आरंभ की जा रही है। ये वहीं एस पी हैं जिन्होंने कई खूंखार नक्सलियों को सरेंडर कराने के कारण सीआरपीएफ ने उन्हें डीजी डिस्क सम्मान से भी सम्मानित किया
बहरहाल आज यानी शनिवार को बैंड-बाजे के साथ पुलिस पिन्नू के निवास पर पहुंची और वहां इश्तेहार चिपकाया। कुर्की की कार्रवाई की तैयारी थी, लेकिन पिन्नू ने डर के मारे एसपी के कार्यालय जाकर आत्मसमर्पण कर दिया।
पिन्नू ने कोर्ट में आत्मसमर्पण करने का प्रयास किया। हालांकि, वह आत्मसमर्पण नहीं कर सका और पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए वहां पहुंच गई। भाग गया तो पुलिस कता छिछालेदर होने लगा तब एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने मोर्चा संभाला। पुलिस के दबाव के आगे पिनू झुका और सरेंडर कर दिया।