corruption In Bhagalpur municipal corporation: नगर निगम में रिटायर्ड कर्मचारियों द्वारा खुलेआम रिश्वतखोरी, जन्म प्रमाण पत्र के नाम पर होती है हजारों की उगाही

नगर निगम कार्यालय में रिटायर्ड कर्मचारियों द्वारा जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर खुलेआम रिश्वतखोरी का मामला सामने आया है।नगर निगम के पूर्व कर संग्राहक जीडी ठाकुर पर एक व्यक्ति से जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए रिश्वत लेने का आरोप लगा है।

खुलेआम रिश्वतखोरी
खुलेआम रिश्वतखोरी- फोटो : Reporter

corruption In Bhagalpur municipal corporation:  नगर निगम में भ्रष्टाचार का मामला लगातार सामने आ रहा है। ताजा मामला नगर निगम के रिटायर्ड कर्मचारी गोपाल दत्त ठाकुर, पूर्व कर संग्राहक का है। आरोप है कि ठाकुर जन्म प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर लोगों से हजारों रुपये की रिश्वत ले रहे हैं।

पीड़ित कन्हैया चौधरी के अनुसार, उन्होंने एक महीने पहले जन्म प्रमाण पत्र के लिए आवश्यक दस्तावेज और हजार रुपये ठाकुर को दिए थे। लेकिन एक महीने बीत जाने के बाद भी प्रमाण पत्र नहीं बना और ठाकुर ने फोन भी नहीं उठाया। जब चौधरी नगर निगम कार्यालय गए तो ठाकुर ने उन्हें आश्वासन दिया कि प्रमाण पत्र कल तक मिल जाएगा।पीड़ित कन्हैया चौधरी ने रिटायर्ड कर्मी के सामने ही बताया कि हम ने एक माह पूर्व जन्म प्रमाण पत्र बनाने के लिए 1000 रुपये और कुछ दस्तावेज दिया था. लेकिन एक माह बीत जाने के बाद भी आज तक जन्म प्रमाण पत्र नहीं बनाया .यहां तक कि कर्मी द्वारा फोन भी नहीं उठाया जाता था. जब आज हम नगर निगम हम खुद आए तो इनको देखे और इनसे पूछने लगे कि मेरा जन्म प्रमाण पत्र कहा है. तो कर्मी द्वारा बताया जा रहा है. कल तक में दे देंगे.

NIHER

यह पहला मामला नहीं है जब ठाकुर पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हों। पहले भी उनके खिलाफ 882065 रुपये के सरकारी धन का गबन करने का आरोप लग चुका है। रिटायरमेंट के बाद भी ठाकुर और उनके जैसे कई अन्य रिटायर्ड कर्मचारी नगर निगम में दलाली का काम कर रहे हैं और लोगों से मोटी रकम वसूल रहे हैं।

Nsmch

सवाल उठता है कि नगर निगम प्रशासन इस तरह के भ्रष्टाचार को रोकने के लिए क्या कदम उठा रहा है?