Bridge on Ganga: विक्रमशिला-कटरिया नई रेल लाइन परियोजना बिहार के बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने और परिवहन को सरल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस परियोजना के तहत भागलपुर के पास गंगा नदी पर 2.44 किमी लंबा और डबल लाइन वाला रेल पुल बनाया जाएगा।
परियोजना की मंजूरी और वित्तीय प्रावधान
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा अगस्त 2023 में मंजूरी मिली। इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹2,549 करोड़ है। यह नया रेल पुल उत्तर बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर भारत को दक्षिण बिहार, झारखंड और ओडिशा से जोड़ेगा।
गंगा नदी पर रेल पुल की विशेषताएं
यह पुल वाई आकार का होगा और कटरिया एवं नवगछिया (उत्तर) तथा विक्रमशिला एवं शिवनारायणपुर (दक्षिण) को जोड़ेगा। इसका डिज़ाइन भारत में रेल पुल निर्माण की नवीनतम तकनीकों और सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
लंबाई और क्षमता
2.44 किमी लंबा यह पुल डबल लाइन के साथ बनाया जाएगा, जिससे ट्रेनों की आवाजाही अधिक सुगम होगी। यह पुल भारी मालगाड़ियों और उच्च गति वाली यात्री गाड़ियों को संभालने में सक्षम होगा।
क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का सुधार
इस पुल के बनने से कोसी और सीमांचल क्षेत्र का अंग क्षेत्र से सीधा जुड़ाव होगा। इससे परिवहन समय में कमी आएगी और आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
परियोजना के लाभ
1. परिवहन और गतिशीलता में सुधार
उत्तर बिहार, पश्चिम बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों से दक्षिण बिहार, झारखंड और ओडिशा के बीच बेहतर कनेक्टिविटी।
2. आर्थिक विकास को बढ़ावा
इस परियोजना से क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी।
3. सामाजिक प्रभाव
इस पुल से न केवल यात्रियों का सफर आसान होगा, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास को भी नई दिशा देगा।
4. आपातकालीन सेवाओं में सुधार
तेजी से यातायात के कारण स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाओं की उपलब्धता बेहतर होगी।
परियोजना की वर्तमान स्थिति
रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र के अनुसार, पुल निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण कार्य जल्द शुरू किया जाएगा।