Bihar Teacher News: नए साल में समय से पहले विद्यालय छोड़ने वाले 29 शिक्षकों पर ई-शिक्षा कोष ने सख्त कार्रवाई की है। यह कार्रवाई 1 और 2 जनवरी को समय से पूर्व विद्यालय छोड़ने वाले शिक्षकों पर की गई है। डीपीओ (जिला परियोजना अधिकारी) स्थापना संजय कुमार यादव ने इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा है और उन्हें तीन जनवरी की शाम तक कार्यालय में उपस्थित होकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। इस कार्रवाई से दूर-दराज के शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है।
1 जनवरी को 18 शिक्षक समय से पहले विद्यालय से निकले
1 जनवरी को 18 शिक्षकों ने निर्धारित समय से पहले विद्यालय छोड़ दिया। इनमें से कुछ शिक्षक दोपहर 12 बजे तक विद्यालय पहुंचे और तीन बजे के पहले ही निकल गए। इन शिक्षकों के नामों में अंजली सिंहा, नीतीश कुमार मंडल, विभा कुमारी, खुशबू कुमारी सहित अन्य कई शिक्षक शामिल हैं।
2 जनवरी को 11 शिक्षक देरी से पहुंचे या समय से पहले निकले
2 जनवरी को भी 11 शिक्षक या तो देरी से विद्यालय पहुंचे या समय से पहले चले गए। कमराडीह के शिक्षक निखिल जैन 11 बजे पहुंचे और 45 मिनट बाद ही चले गए। अन्य शिक्षकों में राजन कुमार, आशुतोष कुमार, नीतू कुमारी, निभा कुमारी और श्वेता कुमारी का नाम शामिल है, जो 12 बजे के बाद विद्यालय छोड़कर निकल गए।
डीपीओ ने शिक्षकों के इस व्यवहार को बताया गंभीर
डीपीओ ने इसे एक गंभीर मामला बताते हुए कहा कि समय से पूर्व विद्यालय छोड़ना और देरी से पहुंचना अनुशासनहीनता है। फिलहाल, शिक्षकों को कार्यालय में बुलाकर चेतावनी दी जा रही है, लेकिन यदि इस तरह का मामला दोबारा सामने आता है, तो विभागीय कार्रवाई शुरू की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस बार स्पष्टीकरण देकर छोड़ा जा रहा है, लेकिन आगे कोई गलती हुई, तो सख्त कदम उठाए जाएंगे।
नए साल के जश्न का असर
1 और 2 जनवरी को नए साल का जश्न मनाने के चलते कई शिक्षक या तो समय से पहले विद्यालय से चले गए या फिर देरी से पहुंचे। डीपीओ के इस सख्त रवैये से शिक्षकों में डर का माहौल बना हुआ है। इस मामले में देर शाम तक कई शिक्षक स्पष्टीकरण देने के लिए डीईओ कार्यालय में जमा हुए।