सांसद संजय सिंह किए गए 'नजरबंद' ! सर्किट हाउस के बाहर पुलिस का पहरा, फारुख अब्दुल्ला को भी नहीं दिया मिलने

संजय सिंह जिस सर्किट हाउस में ठहरे हैं उसके बाहर पुलिस की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई थी.उसके गेट बंद कर दिए गए। वहीं जब सिंह और पार्टी के अन्य सदस्यों ने सर्किट हाउस से बाहर निकलने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया गया.

AAP MP Sanjay Singh
AAP MP Sanjay Singh - फोटो : news4nation

Sanjay Singh : आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह ने गुरुवार को आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में उन्हें नजरबंद किया गया है. यहां तक कि संजय सिंह से मिलने गेस्ट हाउस पहुंचे नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला को भी गेट के बाहर से ही लौटना पड़ा. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में संजय सिंह से मिलने के लिए फारुख अब्दुल्ला गेट के बाहर खड़े हैं. वहीं संजय सिंह तालाबंद गेट के ऊपर चढ़ने की कोशिश करते हैं ताकि वे फारुख अब्दुल्ला से बात कर सकें. 


दरअसल, जम्मू-कश्मीर में कड़े जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक मेहराज मलिक की गिरफ्तारी हुई है. इसी के विरोध में संजय सिंह जम्मू कश्मीर गए हैं. मेहराज मलिक की गिरफ्तारी को लेकर प्रदर्शनकारियों एवं सुरक्षाबलों के बीच हिंसक झड़पों और 80 से अधिक लोगों को हिरासत में लेने के बाद गुरुवार (11 सितंबर) को डोडा जिले और आसपास के इलाकों में तनाव व्याप्त हो गया. वहीं संजय सिंह एक सरकारी गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। उसे "पुलिस छावनी" में तब्दील कर दिया गया है. राज्यसभा सदस्य संजय सिंह समेत पार्टी सदस्यों को सर्किट हाउस से बाहर नहीं जाने दिया.


संजय सिंह जिस सर्किट हाउस में ठहरे हैं उसके बाहर पुलिस की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई थी.उसके गेट बंद कर दिए गए। वहीं जब सिंह और पार्टी के अन्य सदस्यों ने सर्किट हाउस से बाहर निकलने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें बाहर नहीं जाने दिया गया.  पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें संजय सिंह से मिलने नहीं दिया गया. वह इस मुद्दे को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के समक्ष उठाएंगे.   


संजय सिंह ने कहा, ''तानाशाही चरम पर है, मैं इस वक्त श्रीनगर में हूं. लोकतंत्र में हक़ के लिए आवाज़ उठाना आंदोलन करना हमारा संवैधानिक अधिकार है. आज मेहराज मलिक की अवैध गिरफ्तार के खिलाफ श्रीनगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस और धरना था लेकिन सरकारी गेस्ट हाउस को पुलिस छावनी बना दिया गया है. मुझे इमरान हुसैन और साथियों को गेस्ट हाउस से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है.''