School bomb threat: स्कूलों को फिर बम की धमकी, 13 संस्थान निशाने पर, पुलिस जांच में जुटी

School bomb threat:स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला लगातार जारी है।13 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी सुबह 7:40 और 7:42 बजे मेल प्राप्त हुए, जिसके बाद प्रशासन और अभिभावकों में हड़कंप मच गया।

School bomb threat
स्कूलों को फिर बम की धमकी,- फोटो : social Media

School bomb threat:स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार सुबह दिल्ली के  नजफगढ़ और मालवीय नगर के दो स्कूलों सहित अब तक 13 स्कूलों को धमकी भरे ईमेल मिले। मालवीय नगर स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय (एसकेवी) और करोल बाग के आंध्र स्कूल को सुबह 7:40 और 7:42 बजे मेल प्राप्त हुए, जिसके बाद प्रशासन और अभिभावकों में हड़कंप मच गया।

सूचना मिलते ही दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ता, स्निफर डॉग और दमकल विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। दोनों स्कूलों को खाली कराकर सघन तलाशी अभियान चलाया गया, हालांकि अब तक किसी भी स्कूल से कोई संदिग्ध वस्तु बरामद नहीं हुई है।

यह घटनाक्रम ठीक एक दिन बाद सामने आया है, जब मंगलवार को दिल्ली के 32 स्कूलों को इसी तरह की धमकी मिली थी, जो बाद में फर्जी साबित हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम जिले के आठ स्कूल अब तक इन ईमेल धमकियों की चपेट में आ चुके हैं।

पुलिस जांच में सामने आया है कि ज्यादातर मेल्स का पैटर्न एक जैसा है – मेल में दावा किया जाता है कि स्कूल परिसर में बम रखा गया है। प्रारंभिक जांच में शक है कि ये मेल्स विदेशी सर्वर या वीपीएन के जरिए भेजे गए हैं। साइबर फोरेंसिक टीमें अब ईमेल की उत्पत्ति और साजिशकर्ताओं का पता लगाने में जुटी हैं।

दिल्ली पुलिस ने आशंका जताई है कि इन धमकियों का मकसद शहर में दहशत फैलाना है। वहीं, डीसीपी (दक्षिण-पश्चिम) ने कहा कि अभिभावकों और स्कूल प्रशासन को घबराने की जरूरत नहीं है, सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और हर सूचना पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है।

पिछले कुछ महीनों में इस तरह की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। मई में भी कई स्कूलों को इसी तरह धमकी भरे ईमेल मिले थे, जो बाद में फर्जी निकले। इन मामलों ने स्कूलों में सुरक्षा प्रोटोकॉल को और सख्त करने की जरूरत को उजागर कर दिया है।

दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को सुरक्षा दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है। साथ ही अभिभावकों से अपील की गई है कि वे बच्चों की सुरक्षा को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।