BJP in South India: दक्षिण भारत की सियासत में नया संकेत, कांग्रेस के गढ़ में भाजपा की मुस्लिम उम्मीदवार की जीत, लगा बड़ा झटका
BJP in South India: दक्षिण भारत में बड़ा सियासी फेरबदल देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी ने केरल के त्रिशूर नगर निगम चुनाव में भगवा लहरा दिया है।
BJP in South India: दक्षिण भारत में बड़ा सियासी फेरबदल देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी ने केरल के त्रिशूर नगर निगम चुनाव में भगवा लहरा दिया है। बीजेपी की यह जीत कांग्रेस के साथ सत्ताधारी दल के लिए बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है।केरल में स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों के बीच त्रिशूर नगर निगम के कन्ननकुलंगरा वार्ड से भारतीय जनता पार्टी को चौंकाने वाली सफलता मिली है। हिंदू बहुल माने जाने वाले इस वार्ड में भाजपा की मुस्लिम उम्मीदवार मुमताज ने कांग्रेस उम्मीदवार सिंधु चक्कोलायिल को हराकर सीट अपने नाम कर ली है। इस जीत को न सिर्फ त्रिशूर नगर निगम में भाजपा की रणनीतिक बढ़त, बल्कि बदलते सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है।
कन्ननकुलंगरा वार्ड में भाजपा की मुस्लिम उम्मीदवार की जीत इसलिए भी खास मानी जा रही है क्योंकि इस चुनाव में त्रिशूर से भाजपा की ओर से मुमताज ही एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार थीं। हिंदू बहुल क्षेत्र में उनकी जीत ने राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज कर दी है और इसे भाजपा के नए वोट-बेस विस्तार की कोशिश से जोड़कर देखा जा रहा है।
मुमताज पिछले आठ वर्षों से भाजपा से जुड़ी हुई हैं। उनका परिवार भी लंबे समय से पार्टी का समर्थक और सक्रिय कार्यकर्ता रहा है। बीते दो वर्षों के दौरान उन्हें भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा में जिम्मेदारी दी गई थी, जहां उनका कार्यक्षेत्र चेन्नई आधारित रहा। पार्टी संगठन में सक्रिय भूमिका निभाने की वजह से वे जमीनी स्तर पर एक पहचाना हुआ चेहरा रही हैं।
पेशे से उद्यमी मुमताज त्रिशूर में पेट ग्रूमिंग शॉप चलाती हैं। उन्होंने अपनी जीत को राजनीतिक सफलता से ज्यादा शहर की सेवा का अवसर बताया है। इससे पहले वे यह भी कह चुकी हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास की सोच और विजन ने ही उन्हें भाजपा से जुड़ने के लिए प्रेरित किया।
एक सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता के रूप में मुमताज ने पार्टी के कई अभियानों और चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया है। अभिनेता से राजनेता बने सुरेश गोपी के नेतृत्व में हुए चुनाव अभियानों में भी उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही है। स्थानीय मुद्दों पर उनकी पकड़ और लोगों से सीधा संवाद उनकी जीत की अहम वजह मानी जा रही है।इस वर्ष त्रिशूर नगर निगम चुनावों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी भी खास चर्चा में रही। कुल 28 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में थीं, जिससे स्थानीय राजनीति में महिलाओं की मजबूत मौजूदगी का संकेत मिला है।
जीत के बाद मुमताज ने कहा कि वह पिछले आठ वर्षों से पार्टी के लिए लगातार काम कर रही हैं। पार्टी ने उन पर भरोसा इसलिए जताया क्योंकि उसे लगा कि वह लोगों से जुड़ सकती हैं। चाहे उनका व्यवसाय हो या निजी जीवन, वे समाज के साथ सक्रिय रूप से जुड़ी रही हैं। कन्ननकुलंगरा वार्ड का यह परिणाम केरल की राजनीति में भाजपा के लिए एक प्रतीकात्मक और रणनीतिक जीत माना जा रहा है, जो आने वाले चुनावों में नए समीकरणों की नींव रख सकता है।