vice president resigns - उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया इस्तीफा, सामने आयी यह वजह
vice president resigns - भारत के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा दे दिया है। अपना इस्तीफा उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भेज दिया।

New Delhi - देश के उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सभी को हैरान करते आज इस्तीफा दे दिया है। अपना इस्तीफा उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को भेज दिया है। धनखड़ की इस्तीफे की वजह स्वास्थ्य कारणों को बताया गया है. बता दें कि आज से ही संसद में मानसून सत्र शुरू हुआ है। +
राष्ट्रपति मुर्मू को संबोधित अपने पत्र में जगदीप धनखड़ ने लिखा, 'स्वास्थ्य की प्राथमिकता और चिकित्सकीय सलाह का पालन करते हुए, मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूं.' उन्होंने राष्ट्रपति को उनके सहयोग और सौहार्दपूर्ण संबंधों के लिए धन्यवाद दिया. साथ ही प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद को भी उनके सहयोग और मार्गदर्शन के लिए आभार व्यक्त किया
सभी सांसदों को जताया आभार
जगदीप धनखड़ ने अपने त्यागपत्र में लिखा, 'मुझे संसद के सभी माननीय सदस्यों से जो स्नेह, विश्वास और सम्मान मिला, वह जीवनभर उनके हृदय में संचित रहेगा.' उपराष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल को याद करते हुए उन्होंने कहा, 'इस महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में मिले अनुभव और दृष्टिकोणों के लिए मैं गहराई से आभारी हूं। भारत के आर्थिक विकास और अभूतपूर्व परिवर्तनकारी दौर का साक्षी बनना मेरे लिए सौभाग्य और संतोष का विषय रहा है।' उन्होंने भारत के वैश्विक उदय और उज्ज्वल भविष्य पर अटूट विश्वास जताते हुए अपना त्यागपत्र समाप्त किया।
जगदीप धनखड़ ने 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. 6 अगस्त, 2022 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्होंने विपक्षी उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था। जगदीप धनखड़ को कुल 725 में से 528 वोट मिले थे, जबकि मार्गरेट अल्वा को 182 वोट मिले थे. उपराष्ट्रपति बनने से पहले वह पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे. जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई, 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक साधारण किसान परिवार में हुआ।
उन्होंने अपनी शुरुआती शिक्षा गांव के स्कूल से ही पूरी की. इसके बाद चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल में पढ़ने चले गए. धनखड़ का नेशनल डिफेंस एकेडमी में चयन हो गया था, लेकिन वह नहीं गए। उन्होंने राजस्थान यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और वकालत की पढ़ाई पूरी की. फिर जयुपर में ही रहकर वकालत शुरू की और राजस्थान हाई कोर्ट के एक जाने माने वकील रहे।
उप राष्ट्रपति के रूप में आक्रमक रहे
जगदीप धनखड़ की पहचान आक्रामक नेता की रही है। हाल में ही उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को उनके अधिकार क्षेत्र को लेकर कहा था कि उन्हें यह अधिकार नहीं है कि वह राष्ट्रपति को किसी प्रकार का आदेश जारी कर सकें।