BSF Jawan: ऑपरेशन सिंदूर के बीच राहत की खबर, पाकिस्तान से रिहा होकर 21 दिन बाद भारत लौटे BSF जवान पीके साहू
BSF Jawan: भारत-पाक तनाव के बीच बीएसएफ जवान पीके साहू की 21 दिनों बाद पाकिस्तान से वापसी हुई। गलती से सीमा पार कर जाने के बाद उन्हें पाक सेना ने हिरासत में लिया था। अब अटारी-वाघा बॉर्डर से लौटे।

BSF Jawan: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर जारी तनाव के बीच एक सुकून भरी खबर सामने आई है। बीएसएफ (BSF) के कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार साहू को पाकिस्तान ने 21 दिनों की हिरासत के बाद भारत को लौटा दिया है। 23 अप्रैल 2025 को गलती से पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए पीके साहू को पाकिस्तानी सेना ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन 13 मई को अटारी-वाघा सीमा से उनकी रिहाई हुई, जिसे बीएसएफ और उनके परिजनों ने गौरव और राहत के साथ स्वीकार किया।
बीएसएफ ने प्रेस रिलीज में दी पुष्टि
बीएसएफ द्वारा जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया आज बीएसएफ के जवान कॉन्स्टेबल पूर्णम कुमार साहू अटारी-वाघा बॉर्डर से भारत लौट आए हैं। साहू 23 अप्रैल 2025 को ड्यूटी के दौरान अनजाने में पाकिस्तान की सीमा में प्रवेश कर गए थे।
यह वापसी ऐसे समय हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के कारण काफी तनावपूर्ण हालात हैं। इसके बावजूद, दोनों देशों के बीच स्थानीय सैन्य कमांड स्तर पर सहयोग के तहत यह रिहाई मानवीय आधार पर संभव हुई है।
तनाव के बीच संतुलन की मिसाल
यह घटना इस बात का भी संकेत देती है कि राजनयिक और सैन्य संवाद की खिड़कियां पूरी तरह बंद नहीं हुई हैं। जबकि एक ओर भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर निर्णायक कार्रवाई की, वहीं दूसरी ओर बीएसएफ जवान की सुरक्षित वापसी से यह साफ होता है कि मानवता और परिपक्वता अभी भी दोनों देशों के संबंधों में जीवित है।हालांकि इस मुद्दे पर पाकिस्तान की तरफ से कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन भारत की ओर से यह एक कूटनीतिक जीत के रूप में देखा जा रहा है।