IPL Auction : बिहार के तीन युवा खिलाड़ी IPL ऑक्शन में चमके, सार्थक रंजन, शाकिब हुसैन और सुशांत मिश्रा की इतने लाख में हुई नीलामी
IPL Auction : IPL ऑक्शन में बिहार के तीन युवाओं ने जलवा बिखेरा है. जिनकी इतने लाख में बोली लगी है......पढ़िए आगे
PATNA : इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की आगामी सीज़न के लिए हुई नीलामी में बिहार के तीन युवा क्रिकेटरों ने बड़ी सफलता हासिल कर राज्य का नाम रोशन किया है। गोपालगंज के शाकिब हुसैन और दरभंगा के सुशांत मिश्रा को प्रतिष्ठित फ्रेंचाइजियों ने मोटी रकम पर खरीदा है। वहीँ सांसद पप्पू यादव के बेटे सार्थक रंजन को भी शाहरुख़ खान की के के आर ने ख़रीदा। इस तिहरी सफलता के बाद न केवल उनके गृह जिलों में, बल्कि पूरे बिहार के खेल जगत में खुशी की लहर दौड़ गई है।
गोपालगंज शहर के दरगाह निवासी युवा खिलाड़ी शाकिब हुसैन को सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) की टीम ने ₹30 लाख रुपये में खरीदकर अपने खेमे में शामिल किया है। इस उपलब्धि के बाद शाकिब के परिवार, मित्रों और स्थानीय खेल प्रेमियों ने उन्हें बधाई दी। स्थानीय निवासियों का कहना है कि शाकिब ने अपनी अथक मेहनत और शानदार प्रतिभा के बल पर यह मुकाम हासिल किया है और यह सफलता गोपालगंज के लिए एक गौरव का क्षण है।
वहीं, दरभंगा जिले के अलीनगर प्रखंड के लहटा तुमौल सुहथ पंचायत के तुमौल गाँव निवासी सुशांत मिश्रा ने भी ऑक्शन में अपनी छाप छोड़ी। बाएं हाथ के तेज मध्यम गेंदबाज (Left-arm medium-fast bowler) सुशांत मिश्रा को राजस्थान रॉयल्स (RR) की टीम ने ₹90 लाख रुपये की बड़ी राशि में खरीदा है। सुशांत की बेस प्राइस ₹30 लाख थी, जिसका तीन गुना मूल्य उन्हें नीलामी में मिला, जो उनकी प्रतिभा पर फ्रेंचाइजी के गहरे भरोसे को दर्शाता है।
सुशांत मिश्रा के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है, हालांकि वह वर्तमान में रांची में रहते हैं, लेकिन उनकी जड़ें दरभंगा से जुड़ी हुई हैं। ₹90 लाख की कीमत मिलना, उनकी लगातार कड़ी मेहनत और खेल के प्रति समर्पण का परिणाम है। उनकी यह उपलब्धि न केवल उनके गाँव तुमौल के लिए, बल्कि मिथिलांचल क्षेत्र के अन्य युवा क्रिकेटरों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
बिहार से आने वाले इन तीन खिलाड़ियों का आईपीएल में चयन राज्य के क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है। शाकिब और सुशांत अब दुनिया की सबसे बड़ी और प्रतिस्पर्धात्मक टी20 लीग में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। उम्मीद है कि यह सफलता बिहार के उन तमाम युवा खिलाड़ियों के लिए रास्ते खोलेगी, जो सीमित संसाधनों के बावजूद पेशेवर क्रिकेट में अपनी जगह बनाना चाहते हैं।