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POLITICAL NEWS - पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने अपनी ही पार्टी नेताओं पर लगाया षडयंत्र करने का आरोप, कहा – मुझे हराने के लिए बांटे गए पैसे

POLITICAL NEWS - पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह न लोकसभा चुनाव में मिली हार का ठिकरा अपनी ही पार्टी पर फोड़ा है। उन्होंने कहा मुझे हरान के लिए पार्टी ने साजिश रची. यही काम उपेंद्र कुशवाहा के साथ हुआ, जिसके कारण दोनों सीटों पर हार का सामना करना पड़ा

POLITICAL NEWS -  पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने अपनी ही पार्टी नेताओं पर लगाया षडयंत्र करने का आरोप, कहा – मुझे हराने के लिए बांटे गए पैसे

ARRAH - पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह लोकसभा चुनाव में मिली हार के लिए अपनी ही पार्टी को कठघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ लोगों के षडयंत्र के कारण उन्हें चुनाव में हारना पड़ा था। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि भोजपुरी सिंगर को निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए भाजपा ने ही पैसा दिया था। आरके सिंह के इस बयान के बाद भाजपा नेताओं के मतभेद भी सामने आ गए हैं। 

बता दें कि बुधवार को आरके सिंह तरारी प्रखंड के कनपहरी में सामुदायिक भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में गए थे। जहां उनके भाषण का वीडियो सामने आया है। जिसमें वह भाजपा पर षडयंत्र करने का आरोप लगाते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में आरके सिंह यह कह रहे हैं कि 'कुछ लोगों ने राजनीतिक कारणों से मेरे खिलाफ भी षड्यंत्र रचा और मुझे चुनाव हरवा दिया। षड्यंत्र के बाद भी हमको पौने पांच लाख लोगों ने वोट दिया। हम सभी षड्यंत्रकारियों को पहचान गए हैं। किसी भी षड्यंत्रकारियों को छोड़ेंगे नहीं और ना ही हम कहीं जाने वाले है, यहीं रहेंगे। जैसे ही सबूत मुझे मिल गया, वैसे ही सभी षड्यंत्रकारियों का नाम उजागर कर देंगे।'

कुछ लोग नहीं चाहते कि मेरी जीत

'बिहार के एक-दो नेता हैं, जो नहीं चाहते थे हम चुनाव जीत जाएं। कुछ नेताओं ने तो पैसे भी बांटे। हमारे 60 प्रतिशत बूथों पर कोई पोलिंग एजेंट नहीं पहुंचा। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया अगर षड्यंत्रकारी को 2025 के विधानसभा चुनाव में टिकट मिला तो उसके खिलाफ हम खड़ा हो जाएंगे।

पवन सिंह को भाजपा ने लड़ाया

2024 लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भोजपुरी सिंगर पवन सिंह को भाजपा नेताओं ने पैसा दिया था। पवन सिंह को आसनसोल से टिकट दिया था। जब गाने वगैरह को लेकर हल्ला हुआ तो भाजपा ने पवन सिंह से कहा कि कहीं और से चुनाव लड़ लीजिए, लेकिन पार्टी ने उनको किसी और दूसरे जगह से टिकट नहीं दिया। जब टिकट नहीं मिला तो पवन सिंह काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय मैदान में उतर गए।'

खुद नहीं उतरे चुनाव में

आरके सिंह ने कहा कि पवन सिंह खुद निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए नहीं आए थे। उन्हें भाजपा बल्कि उन्हें उतारा गया था। हमारे पार्टी के कुछ लोगों की ओर से उन्हें खड़ा कराया गया था। आरके सिंह का आरोप था कि शीर्ष नेताओं ने एक बार भी पवन सिंह को निर्दलीय चुनाव लड़ने से रोकने की कोशिश नहीं की। अगर ऐसा होता तो पवन सिंह ऐसा नहीं करते। नतीजा यह हुआ कि पवन सिंह के कारण उपेंद्र कुशवाहा को काराकाट में हार सामना करना पड़ा। 



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