हाई टेंशन तार की चपेट में आने से आरा में बड़ा हादसा, नौ साल की बच्ची आई चपेट में, लोगों का भड़का गुस्सा

हाई टेंशन तार की चपेट में आने से आरा जिले के नवादा थाना क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ. इसमें एक नौ साल की बच्ची चपेट में आ गई.

contact with high tension wire in ara
contact with high tension wire in ara- फोटो : news4nation

Bihar News : आरा के नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा मोहल्ले में शुक्रवार को  विद्युत प्रवाहित लोहे के रॉड की चपेट में आने से एक बालिका बुरी तरह झुलस गई। जिसके बाद डायल 112 नंबर एवं राहगीर के द्वारा उसे इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया। सूचना पाकर परिजन भी आरा सदर अस्पताल पहुंचे। जानकारी के अनुसार झुलसी बालिका संदेश थाना क्षेत्र के बडीहा गांव निवासी धर्मा साह की 9 वर्षीया पुत्री रागिनी कुमारी है। 


उधर बालिका के झुलसने के बाद स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क उठा। जिसके बाद गुस्साएं लोगों ने कतीरा मोड़ के समीप नगर निगम की लापरवाही एवं मुआवजे की मांग को लेकर सड़क पर उतर गए। इस दौरान गुस्साएं लोगों द्वारा खराब फ्रिज,वाशिंग मशीन व ट्रंक को बीच सड़क पर रख सड़क जाम कर दिया गया। उनके द्वारा करीब छह घंटे से ज्यादा तक सड़क को जाम रखा गया। सड़क जाम के कारण सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लाइन लग गई एवं आवागमन पूरी तरह ठप्प रहा। सड़क जाम की सूचना पाकर नवादा थानाध्यक्ष बिपिन बिहार पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे और समझा बुझा कर जाम को हटवाया।


इधर झुलसी बालिका की मां फूला देवी ने बताया कि वह वर्तमान में नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा मुहल्ला वार्ड 17 में पिछले पांच दिनों से किराए के मकान में रहती है। पति–पत्नी दोनों काम करते है। आज भी हर रोज की तरह काम करने के लिए गए।  मेरी बेटी रागनी गली से बाहर निकलकर खड़ी थी। जहां पिछले आठ महीनों से एक कंपनी के प्रचार–प्रसार के लिए रोड होडिंग लगा हुआ था। होडिंग का एक लोहे का भाग पोल से गुजर रहे ग्यारह हजार तार से सटा हुआ था। जिसके कारण पूरे होडिंग में बिजली दौड़ रही थी। इसी बीच उसने सड़क किनारे खड़ा रहने एक दौरान उसका हाथ बैनर के लोहे से टच कर गया। जिससे वो उसी लोहे के रॉड से सटी रह गई। किसी तरह डायल 112 पुलिस एवं स्थानीय लोगों के मदद से उसे बचाया गया और इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया।


वही सड़क जाम कर नगर निगम के विरुद्ध नारेबाजी कर रहे सौरभ सागर ने बताया कि दीपावली एवं छठ के पहले से नगर निगम के द्वारा बैनर लगाया गया। आजतक इसको हटाया नहीं गया है। कई बार इसकी शिकायत भी की गई उसके बावजूद भी किसी ने कार्रवाई नहीं की है। आज बच्ची बाहर खड़ी थी,तभी यह हादसा हुआ है। काफी खतरनाक स्थिति बनी हुई है। मासूम बच्ची है उसका हाथ,पैर, पेट समेत शरीर के कई जगह करंट से बुरी तरह झुलस गया है। परिवार वालों को उचित मुआवजा दिया जाए, ताकि उसका उचित इलाज किया जा सके और लापरवाह कंपनी एवं निगम निगम के अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही हो ।

आशीष कुमार की रिपोर्ट