Bihar Teacher News - 106 हेडमास्टरों को किया शो-कॉज, कार्रवाई से मचा हड़कंप,जानें पूरा मामला

Arrah - जिले में एक साथ 106 हेडमास्टरों को डीईओ ने शोकॉज किया है। इन हेडमास्टरों पर कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप है। डीईओ की इस कार्रवाई के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, भोजपुर जिले में विज्ञान और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए छात्रों को विशेष रूप से प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए इंस्पायर अवॉर्ड में जल्द से जल्द निबंधन करने की प्रक्रिया जिले में चल रही है।
लेकिन कई बार बैठक और मौखिक रूप से निर्देश के बाद भी निबंधन कार्य में जिले के 106 उच्च विद्यालयों के प्रधानाचार्य के द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। जिसे गंभीरता से लेते हुए उन सभी के खिलाफ स्पष्टीकरण जारी किया गया है।
कार्रवाई की जद में सबसे ज्यादा आरा, पीरो और जगदीशपुर प्रखंड क्षेत्र के प्राचार्य आए हैं। अन्य सभी मध्य और उच्च विद्यालय के शिक्षक और बच्चों को प्रेरित किया जा रहा है कि वे जल्द से जल्द इसमें निबंधन कर लें। जिले के 1079 सरकारी विद्यालयों का निबंधन कराना है।
क्यों न की जाए कार्रवाई
इसके साथ ही पूछा गया है कि इस कार्य में रुचि न लेने और लापरवाही करने के कारण क्यों नहीं आप सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के लिए लिखा जाए।
बता दें कि इंस्पायर अवॉर्ड योजना विज्ञान व प्रौद्योगिकी विभाग के द्वारा जिले में संचालित किया जा रहा है, जिसमें विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में छात्र-छात्राओं को प्रेरित करने के साथ वैज्ञानिक सोच विकसित किया जाता है। स्थानीय स्तर की समस्याओं के समाधान करने के लिए वैज्ञानिक सोच विकसित करना इसका मुख्य उद्देश्य है। इसमें जिला और राज्य स्तर पर चुने जाने के बाद देश स्तर पर प्रतियोगिता होती है। देश स्तर पर चयनित प्रतिभागियों को इनाम दिया जाता है।
12वीं तक के बच्चे ले सकते हैं हिस्सा
इंस्पायर अवॉर्ड योजना में वर्ग छह से लेकर 12 तक के निजी और सरकारी विद्यालय के बच्चों को भाग लेने की छूट है। जिले में अब तक 440 सरकारी विद्यालयों के बच्चों द्वारा निबंधन कराया गया है। इसके साथ ही अब तक 109 प्रोजेक्ट को सबमिट कर दिया गया है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी चंदन प्रभाकर ने बताया कि जिले के 106 लापरवाह हाई स्कूल के प्राचार्य से दो दिनों में स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस कार्य में लापरवाही करने वालों के खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बच्चों को विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में लगातार हमें प्रोत्साहन देकर आगे बढ़ाना है।