Bihar News: बिहार के कुख्यात को योगी की पुलिस ने ताबड़तोड़ गोली मार मौत की नींद सुलाया...पत्नी भी जेल में....
Bihar News: बिहार के कुख्यात अपराधी डब्लू यादव का बीते दिन अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उसके गांव में जबरदस्त हंगमा देखने को मिला। वहीं कुख्यात की पत्नी भी फिलहाल जेल में बंद है, जेल से ही उसको पति का अंतिम दर्शन कराया गया

Bihar News: हम पार्टी के नेता राकेश कुमार की हत्या के आरोपी और 50 हजार के इनामी कुख्यात अपराधी डब्लू यादव को 28 जुलाई को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। एनकाउंटर यूपी STF, बिहार STF और बेगूसराय DIU की संयुक्त कार्रवाई में हुआ। फरारी के दौरान यूपी, दिल्ली और हरियाणा में छिपे डब्लू की तलाश लंबे समय से चल रही थी। वहीं 28 जुलाई को पुलिस ने अपराधी को मौत के घाट उतार दिया।
भतीजे ने बेटे के साथ दी मुखाग्नि
बुधवार को डब्लू यादव का अंतिम संस्कार किया गया। बेटे राजकुमार का हाथ पकड़कर भतीजे राहुल ने उन्हें मुखाग्नि दी। शव जब उनके गांव संदलपुर पहुंचा तो हजारों की भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने ‘अमर रहे डब्लू यादव’ के नारे लगाए और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
जाति के आधार पर मारा गया
गांववालों ने डब्लू यादव के एनकाउंटर को जातीय साजिश बताया। उनका कहना था कि सिर्फ यादव जाति से होने की वजह से डब्लू को गोली मारी गई, जबकि अन्य जातियों के अपराधियों को कानून के तहत जेल भेजा जाता है। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि, जब अन्य जाति के लोग यादवों की हत्या करते हैं तो उनका एनकाउंटर क्यों नहीं होता?
पत्नी को नहीं दी गई पैरोल
डब्लू यादव की पत्नी और संदलपुर पंचायत की सरपंच सीता देवी फिलहाल राकेश हत्याकांड में जेल में बंद हैं। एनकाउंटर के बाद भी उन्हें पति के अंतिम दर्शन के लिए पैरोल नहीं दी गई। एंबुलेंस से शव को जेल लाया गया, जहां उन्हें सलाखों के पीछे से अंतिम दर्शन करने दिए गए। खबर मिलते ही उन्होंने चूड़ियां तोड़ीं और मांग का सिंदूर पोंछ डाला। उन्होंने दो दिन से खाना नहीं खाया और गुमसुम हैं।
भारी पुलिस बल की तैनाती
एनकाउंटर और अंतिम संस्कार के दौरान हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने गांव में ASI से लेकर SI स्तर तक के अधिकारी और बड़ी संख्या में जवानों की तैनाती की। भीड़ में गुस्सा साफ दिख रहा था। लोगों का आरोप था कि डब्लू को जेल भेजने की बजाय “मौत की सजा” दी गई।
25 साल का आपराधिक इतिहास, 24 केस दर्ज
डब्लू यादव पर हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट समेत 24 संगीन मामले दर्ज थे। इनमें से 22 केस साहेबपुर कमाल थाना, जबकि बलिया और मुंगेर में भी एक-एक केस दर्ज था। 2017 में गवाह फौजी महेंद्र यादव की हत्या करवाई, 2014 में रंगदारी न देने पर योगेंद्र यादव को मारी थी गोली, 2015 में चिमनी भट्टा मालिक से मांगी थी 2 लाख की रंगदारी मांगी थी। पुलिस के मुताबिक, डब्लू ने हम नेता राकेश की 29 मई को हत्या कर दी थी और लाश को मुंगेर के लाल दियारा में बालू में गाड़ दिया था। इसके बाद वह फरार हो गया और 25 मई को ही दिल्ली NCR चला गया। वहां वह हापुड़, नोएडा, गुड़गांव में सक्रिय गैंग खड़ा कर रहा था।
पत्नी को जिताया था सरपंच
2018-19 से डब्लू यादव ने राजनीति में घुसने की कोशिश की थी। 2021 में उन्होंने पत्नी को सरपंच का चुनाव जितवाया। वह राजद के संपर्क में था और राजनीतिक ताकत हासिल करने की तैयारी कर रहा था, लेकिन उससे पहले ही राकेश हत्याकांड में फंस गया और फिर पुलिस कार्रवाई में मारा गया।
सब ले गया, अब बहू को छोड़ दो
डब्लू यादव की मां शव के पास बार-बार कह रही थीं कि पुलिस ने सब कुछ ले लिया, कुर्की कर दी, बेटा मार दिया, अब बहू को छोड़ दे। उसने क्या गुनाह किया?" परिवार का कहना है कि अगर डब्लू अपराधी था, तो उसे जेल में रखा जाता, उसके बच्चों को क्यों सजा दी जा रही है?