Bihar Crime - डीएम के नाम पर साइबर ठगों ने पूर्व जिला पार्षद से ठग लिए इतने रुपए, इस काम के लिए मांगे रुपए
Bihar Crime - dm के नाम पर फर्टी फेसबुक एकाउंट बनाकर पूर्व जिला पार्षद से पैसे की ठगी का मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस ने जांच शुरू क र दी है।

Bettiah - साइबर ठग हर दिन लोगों को झांसा देकर पैसे ठगने के लिए नए नए तरीके आजमाते हैं. जिसमें इस बार साइबर ठगों ने डीएम के नाम से पूर्व महिला जिला पार्षद से 20 हजार रुपए ठग लिए। गलती का पता चलते ही पूर्व जिला पार्षद के पति ने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया है।
पूरा मामला बेतिया जिले के चनपटिया थाना क्षेत्र से जुड़ा है। जहां दर्ज शिकायत में पूर्व जिला पार्षद रीना देवी के पति राजेश कुमार गौतम ने बताया कि सात जुलाई को धर्मेंद्र कुमार (आइएएस) के फर्जी फेसबुक अकाउंट से उनकी पत्नी रीना देवी के फेसबुक अकाउंट पर एक मैसेज आया।
फर्नीचर खरीदने का दिया झांसा
मैसेज में कहा गया कि उनके मित्र आशीष कुमार सीआरपीएफ में ऑफिसर है। जिनका ट्रांसफर जम्मू हो गया है। उनके मित्र को अपने फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामान सस्ते दर पर बेचना हैं। इसके बाद उक्त फर्जी फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से पूर्व जिला परिषद का मोबाइल नंबर लिया गया। अगले दिन आठ जुलाई की दोपहर रीना देवी के मोबाइल पर एक कॉल आया।
80 हजार में हुई डील
कॉल करने वाले ने खुद को आशीष कुमार सीआरपीएफ का ऑफिसर बताया और रीना देवी का वॉट्सऐप नंबर लिया। वॉट्सऐप पर फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक सामान का फोटो भेज इसकी कीमत 80 हजार रुपये तय किया।
डीएम के फर्जी फेसबुक अकाउंट के धारक ने रुपये की पूरी जिम्मेवारी ली। तब पूर्व जिला पार्षद के पति ने कथित आशीष कुमार के गूगल पे अकाउंट पर 20 हजार रुपये भेज दिया। लेकिन फिर 20 हजार रुपये की मांग की गई। तब रीना देवी के पति ने सामान आने पर बकाया रुपये देने की बात कही।
डिलीट हो गया एकाउंट
इसके बाद अचानक रीना देवी के फेसबुक फ्रेंड लिस्ट से डीएम का फर्जी फेसबुक अकाउंट डिलीट हो गया। तब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ और इसकी शिकायत साइबर थाना में की गई।
पुलिस कर रही जांच
साइबर थाना के डीएसपी गौतम शरण ओमी ने बताया कि मामले में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसकी जांच हो रही है।
बीते महीने ही साइबर पुलिस को मिली थी खबर
23 जून 2025 को डीएम धर्मेन्द्र कुमार के नाम से फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे जाने का मामला संज्ञान में आया था। हालांकि डीएम ने इस मामले में बताया था कि फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे जाने की सूचना विभिन्न माध्यमों से जिला प्रशासन को प्राप्त हुई है।
साइबर थाने में इस मामले में सनहा दर्ज कर जांच हो रही थी, इसबीच पूर्व जिला पार्षद से 20 हजार की ठगी भी हो गई।
डीआईजी के फर्जी फेसबुक अकाउंट से ठगी की कोशिश
बेतिया डीएम के साथ साइबर अपराधियों ने चंपारण रेंज के डीआईजी हरकिशोर राय के फोटो और नाम का उपयोग कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लोगों को ठगने का प्रयास किया है। मामले में साइबर थाना के इंस्पेक्टर राजीव कुमार की शिकायत पर साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। साइबर थाना के डीएसपी गौतम शरण ओमी ने बताया कि मामले की जांच हो रही है।
दर्ज प्राथमिकी में इंस्पेक्टर ने बताया है कि इंटरनेट के माध्यम से जानकारी हुई है कि विगत कुछ दिनों से पुलिस उपमहानिरीक्षक हरकिशोर राय (आइपीएस) का फोटो और प्रोफाइल का उपयोग कर हरकिशोर राय आइपीएस नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाया गया है। डीआईजी के नाम का उपयोग कर लोगों से मैसेंजर के माध्यम से पैसे की मांग किया जा रहा है।
प्राथमिकी में इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने कहा है कि पूर्व में भी डीआईजी के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर वित्तीय साइबर अपराध करने की कोशिश की गई थी। फेक फेसबुक आइडी बनाकर धोखे से लोगों तथा उनके जानने वालों को ठगी का शिकार करना, फोटो और नाम की चोरी कर फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाना गंभीर अपराध है। इस मामले में डीआईजी ने भी कार्रवाई का निर्देश दिया है।