Bihar News:खुश्की से निजात के लिए अदा की गई नमाज, इंसानियत ने मांगी रहमत की बारिश
Bihar News:चिलचिलाती धूप' और 'लंबे' समय से जारी 'सूखे' के 'बीच' इस्लामी पंथ को मानने वालों ने निजात के लिए इस्तिस्का की नमाज अता की।

Bihar News:बिहार में कहीं बारिश की बूंदों ले लोग तर हो रहे हैं तो कहीं चिलचिलाती धूप ने परेशान कर रखा है। गर्मी से 'निजात' पाने के लिए मुस्लिम पंथ के लोगों नें 'इस्तिस्का' की 'नमाज़'अता की। 'चिलचिलाती धूप' और 'लंबे' समय से जारी 'सूखे' के 'बीच' बगहा एक प्रखंड अंतर्गत रायबरी महुअवा पंचायत में आज एक 'अनोखा' 'नज़ारा' देखने को मिला।
बेतिया के बगहा में 'बारिश' की 'दुआ' के लिए 'एक हज़ार' से 'अधिक' की 'संख्या' में 'मुस्लिम समुदाय' के 'लोग' मसान 'नदी' की 'तपती रेत' पर 'इकट्ठे' हुए और 'विशेष नमाज़' अदा की। इस 'विशेष नमाज़' को 'इस्तिस्का' कहते हैं, जो 'सूखे' की 'स्थिति' में 'बारिश' के लिए अदा की जाती है।
इस 'अवसर' पर महुअवा, झरमुहवी, बुलाहवा, अजमलनगर, तमकुही समेत 'दर्जनों' 'गाँवों' के 'लोग' 'एकत्रित' हुए। 'लोग' 'चादरें' 'बिछाकर', 'धूप' की 'परवाह' किए 'बगैर' 'नमाज़' में 'शामिल' हुए और 'बारिश' की 'गुहार' लगाई। 'स्थानीय' मौलवी कारी मोहम्मद शाहिद ने 'नमाज़' की 'अगुवाई' की। 'उन्होंने' कहा, "हम 'सबने' 'मिलकर' 'अल्लाह' से 'दुआ' माँगी है कि हमारे 'खेतों' को 'पानी' मिले, 'जानवरों' को 'चारा' मिले और 'लोगों' को 'राहत' मिले। यह 'सिर्फ' 'मुस्लिम समुदाय' की 'नहीं', बल्कि 'पूरी' 'इंसानियत' की 'पुकार' है।"
बता दें कि इस 'क्षेत्र' में 'पिछले' कई 'हफ्तों' से 'पर्याप्त बारिश' नहीं हुई है, जिससे 'खेती' 'बुरी' तरह 'प्रभावित' हो रही है। 'किसानों' की 'चिंता' 'गहराने' लगी है, क्योंकि 'सूखे' के 'कारण' उनकी 'फसलें' 'खतरे' में हैं। ऐसे में यह 'सामूहिक नमाज़' 'एकजुटता' और 'गहरी आस्था' का 'प्रतीक' बन गई है। 'गाँववाले' 'ईश्वर' से 'मेहरबानी' की 'उम्मीद' कर रहे हैं ताकि 'धरती' पर 'हरियाली' 'लौट' सके।
रिपोर्ट-आशिष कुमार