Prashant Kishor: बेतिया के बैरियाकी धरती से उठा जनसत्ता का बिगुल, PK का एलान, कहा-'अब नेताओं के चेहरे पर नहीं, अपने बच्चों के भविष्य पर दें वोट'
Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने बैरिया, चंपारण में बड़ी घोषणाएं करते हुए कहा कि दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से ऊपर सभी को ₹2000 पेंशन और 15 साल से कम उम्र के बच्चों की प्राइवेट स्कूल फीस सरकार देगी।

Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने बेतिया के बैरिया में कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने NDA पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद सैकड़ों बच्चों के शरीर पर सूती कपड़ा या पैरों में चप्पल नहीं है। चंपारण की जनता से किया बड़ा वादा, कहा-दिसंबर 2025 से 60 वर्ष से अधिक आयु के प्रत्येक पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन, 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों को निजी स्कूलों में भी मुफ्त शिक्षा मिलेगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आपकों अपने बच्चों की चिंता करनी है, कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि बिहार के लोगों को लालू जी से सीखना चाहिए कि बच्चों की चिंता क्या होती है। उन्होंने कहा कि लालू जी का बेटा 9वीं पास भी नहीं किया है, फिर भी वह चाहते हैं कि उनका बेटा राजा बने और दूसरी तरफ बिहार के लोग जिनके बच्चे मैट्रिक, बी.ए. (B.A), एम.ए. (M.A) कर चुके हैं, फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है।
प्रशांत किशोर का बड़ा ऐलान
प्रशांत किशोर ने पश्चिम चंपारण की जनता से बड़ा वादा करते हुए कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस साल छठ के बाद बैरिया, चंपारण के युवाओं को 10-12 हजार रुपये की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ही उन्होंने बड़ा ऐलान किया कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जाएगा, तब तक आप अपने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके।
प्रशांत किशोर ने बैरिया की जनता से अपील की
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने बैरिया की जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं को वोट न दें। अगली बार अपने बच्चों के लिए वोट दें और बिहार में जनता का राज स्थापित करें। बिहार में व्यवस्था परिवर्तन कर जनता का राज स्थापित करने के लिए नेताओं का चेहरा देखकर वोट न करें। चुनाव में वोट लालू, नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं अपने बच्चों के चेहरे को देखकर दीजिएगा। अगली बार अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करें।
बेतिया से आशिष कुमार की रिपोर्ट