BHAGALPUR : देश की राजधानी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। प्लेटफॉर्म संख्या 14 और 15 पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन मासूम बच्चे भी शामिल हैं। हादसे के बाद स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनों को खोजने के लिए बेतहाशा भाग रहे थे। एलएनजेपी अस्पताल ने 15 और लेडी हार्डिंग अस्पताल ने 3 मौतों की पुष्टि की है।
बिहार के परिवारों पर टूटा दु:खों का पहाड़
इस हादसे में बिहार के 9 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। पीड़ित परिवार अपनों की मौत से टूट चुके हैं, वहीं परिजन अपनों के शव लेने दिल्ली जाने की जद्दोजहद में हैं। लेकिन उनकी परेशानियां यहीं खत्म नहीं हुईं।
विक्रमशिला एक्सप्रेस रद्द, यात्रियों में आक्रोश
इस भगदड़ की वजह से रेलवे ने भागलपुर से चलने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया, जिससे हजारों यात्री फंसे रह गए। स्टेशन पर परेशान यात्री रेलवे अधिकारियों से जवाब मांग रहे हैं। कुछ यात्रियों का कहना है कि "ट्रेन ही नहीं चलेगी, तो शवों को लाने के लिए हम दिल्ली कैसे पहुंचेंगे?"
रेलवे प्रशासन कटघरे में, जांच के आदेश
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। रेलवे प्रशासन पर अव्यवस्था के आरोप लग रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि इतनी बड़ी भीड़ स्टेशन पर कैसे जमा हो गई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं थे?
दर्दनाक मंजर: अपनों की तलाश में भटकते लोग
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के बाहर एलएनजेपी और लेडी हार्डिंग अस्पतालों के बाहर रोते-बिलखते परिजन अपने प्रियजनों की तलाश में जुटे हैं। कई लोगों के फोन नहीं लग रहे, जिससे उनकी चिंता और बढ़ रही है।
सरकार से राहत और मुआवजे की मांग
बिहार सरकार ने दिल्ली प्रशासन से मृतकों और घायलों को शीघ्र सहायता देने की अपील की है। वहीं, परिजनों का कहना है कि उन्हें सिर्फ मुआवजा नहीं, बल्कि इस हादसे की सही वजह जानने और दोषियों पर कार्रवाई की जरूरत है।
रेलवे को चेतावनी: भीड़ नियंत्रण की पुख्ता व्यवस्था करें
यह हादसा रेलवे की लचर व्यवस्थाओं पर एक बार फिर सवाल खड़े करता है। यात्रियों की बढ़ती संख्या के बावजूद सुरक्षा इंतजाम नाकाफी थे। अब देखना यह है कि रेल प्रशासन इस घटना से सबक लेकर भीड़ नियंत्रण के लिए कोई ठोस कदम उठाता है या नहीं। यह घटना रेलवे के लिए एक चेतावनी है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए भीड़ नियंत्रण और व्यवस्थाओं को मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
भागलपुर से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट