पटना के डॉक्टर को फंसाने के लिए गवाह और कहानी बदलने वाले 4 पुलिसकर्मी पर IG का एक्शन
बिहार पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करने वाला मामला सामने आया है. झूठे गवाह और फर्जी बयान के आधार पर पटना के एक डॉक्टर को फंसाने की कोशिश करने वाले पुलिस अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है.

N4N डेस्क: बिहार पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए एक बड़ा मामला सामने आया है। भागलपुर जिले में पटना के एक वरिष्ठ डॉक्टर को झूठे गवाहों और मनगढ़ंत बयानों के आधार पर फंसाने की कोशिश करने वाले चार पुलिस अधिकारियों पर रेंज आईजी ने सख्त विभागीय कार्रवाई की है।
मामला क्या था?
पटना के इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के वरीय चिकित्सा पदाधिकारी, डॉ. नवल किशोर सिंह। डॉ. सिंह ने जोगसर थाने में दिसंबर 2024 में कहलगांव के शंकर पाल समेत 15-20 लोगों के खिलाफ उनकी मकान की दीवार तोड़ने, जबरन जमीन में प्रवेश करने और खिड़की उखाड़ने का केस दर्ज कराया था।पुलिस ने जांच के बाद इस मामले को 'असत्य श्रेणी' में डालते हुए, इसे सिर्फ भूमि विवाद बताकर फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी।
आईजी की जांच में खुलासा
डॉ. नवल किशोर सिंह ने रेंज आईजी को लिखित शिकायत दी कि भागलपुर पुलिस उन्हें जानबूझकर झूठे केस में फंसाने की कोशिश कर रही है और जाँच अधिकारी ने जानबूझकर गलत रिपोर्ट दर्ज की है।रेंज आईजी विवेक कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए समीक्षा की। जाँच में यह पुख्ता सबूत मिला कि पुलिस अधिकारियों ने व्यक्तिगत लाभ या दबाव में आकर पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की।फाइनल रिपोर्ट में दो गवाहों के बयान बिल्कुल एक जैसे थे, जो मनगढ़ंत तरीके से तैयार किए गए थे।पुलिस ने जानबूझकर मामले की कहानी बदली और डॉक्टर को परेशान करने की कोशिश की।
इन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
जांच में लापरवाही और मिलीभगत का खुलासा होने पर आईजी ने दो इंस्पेक्टर और दो दरोगा को दोषी पाया और उन पर सख्त विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की।कार्रवाई की जद में आने वाले अधिकारियों में शामिल हैतत्कालीन विधि व्यवस्था अंचल इंस्पेक्टर शांता सुमन।जोगर थानाध्यक्ष कृष्णनंदन कुमार सिंह।सूत्रों के मुताबिक, इन पर निलंबन और सेवा अभिलेख में प्रतिकूल टिप्पणी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।
विभाग में हड़कंप
इस बड़ी कार्रवाई के बाद भागलपुर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। रेंज आईजी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पुलिस का काम न्याय दिलाना है, किसी निर्दोष को फंसाना नहीं। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी गलती दोहराने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा।