PATNA - राजधानी पटना में तीन नए पांच सितारा होटलों के निर्माण हेतु आज प्री-बिड बैठक का आयोजन किया गया। पर्यटन सचिव लोकेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम (बीएसटीडीसी) कार्यालय, सिख हेरिटेज भवन, दारोगा राय पथ, पटना में आयोजित बैठक में देश के प्रतिष्ठित होटल निर्माण सहित अन्य निर्माण निवेश कंपनियों ने बैठक में व्यक्तिगत और ऑनलाइन भाग लिया। सचिव ने सभी निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में पर्यटकों की बढ़ती संख्या और बेहतर औद्योगिक वातावरण को ध्यान में रखते हुए राजधानी के तीन सबसे महत्वपूर्ण स्थलों पर फाइव स्टार होटल का निर्माण किया जाना है।
बिहार सरकार सभी निवेशकों का स्वागत करती है और होटल निर्माण के साथ ही उसके आगे संचालन में भी सभी आवश्यक मदद करेगी। सचिव ने सभी निवेशकों के निविदा से जुड़े सवालों को ध्यान से सुना और अगले दो दिनों का वक्त भी निवेशकों को दिया ताकि वे अपने सवालों को ऑनलाइन भी विभाग को उपलब्ध कराएं। इसके उपरांत उनके सभी सवालों को हल करते हुए निविदा की आगे की प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया जाएगा।
बैठक में प्रबंध निदेशक, बीएसटीडीसी नंदकिशोर ने सभी निवेशकों का स्वागत किया और एक प्रजेंटेशन के माध्यम से उनको होटल निर्माण के संबंध में पूरी जानकारी दी।
पटना में इन तीन जगहों पर बनना है फाइव स्टार होटल
निवेशकों को जानकारी देते हुए बताया गया कि लोक निजी भागीदारी (पीपीपी) मोड पर तीन 5-स्टार होटलों के निर्माण हेतु राज्य कैबिनेट की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इसके उपरांत बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम(BSTDC) ने पर्यटन विभाग की ओर से पटना में होटल पाटलिपुत्र अशोक, बांकीपुर बस स्टैंड एवं सुल्तान पैलेस परिसर की भूमि पर के लिए डेवलपर्स के चयन हेतु ई-निविदा प्रकाशित की गई है। होटल पाटलिपुत्र अशोक, बीरचंद पटेल पथ, पटना स्थित 1.50 एकड़ भूमि, सुल्तान पैलेस परिसर, बीरचंद पटेल पथ, पटना की 4.89 एकड़ भूमि और बांकीपुर बस स्टैंड परिसर, पटना की लगभग 3.24 एकड़ भूमि पर पाँच सितारा श्रेणी के होटल का विकास, संचालन और रखरखाव होगा।
90 साल का होगा लीज
निविदा प्रक्रिया के माध्यम से चयनित डेवलपर्स को 90 वर्षों के लिए लीज अधिकार प्रदान किए जाएंगे, शुरूआती 60 वर्षों के अतिरिक्त 30 और वर्षों के लिए स्वचालित रूप से नवीनीकृत किया जा सकेगा। इस बैठक में महाप्रबंधक, मुख्य अभियंता बीएसटीडीसी सहित विभागीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।