PATNA - बिहार में आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे के बाद दूसरा बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेस-वे का निर्माण होना है। जिसको लेकर अब केंद्रीय बजट में स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट कर दी गई है। साथ ही इसके रूट का निर्धारण कर दिया गया है। नए रुट के अनुसार अब तीन प्रमुख नेशनल हाईवे को अपग्रेड कर एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा।
बदल दिया गया रूट
जहां बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे के लेकर शुरूआती प्रस्ताव में इसे बक्सर से डुमरांव, पीरो, अरवल, जहानाबाद, नवादा होते हुए भागलपुर तक जाने की चर्चा थी। लेकिन, अब इस रूट में बदलाव कर दिया गया है। लेकिन अब यह एक्सप्रेसवे पटना, मोकामा, मुंगेर होकर भागलपुर तक जाएगा। एक्सप्रेसवे की लंबाई 360 किलोमीटर है।
पुरानी सड़कों को अपग्रेड कर बनाएंगे एक्सप्रेसवे
केंद्रीय बजट में स्पष्ट कर दिया गया है कि इसके लिए कोई नया मार्ग तय करने की बजाय पुरानी सड़कों को ही अपग्रेड किया जाएगा।रिपोर्ट में बताया गया है कि इस पूरे कारिडोर का लगभग 280 किलोमीटर हिस्सा पहले से ही फोर लेन है। रिपोर्ट के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे में केवल मोकामा से मुंगेर तक के 78.5 किलोमीटर लंबे स्ट्रेच को ही फोर लेन किया जाना शेष है।
इस दायरे में फोरलेन बनाने के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है। मोकामा से मुंगेर तक फोरलेन के लिए एलाइनमेंट पहले ही फाइनल हो चुका है। इस खंड को फोरलेन बनाने के लिए अनुमानित लागत 3,750 करोड़ रुपए आंकी गई है।
तीन एनएच को जोड़कर बनाएंगे एक्सप्रेसवे
केंद्रीय बजट में बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे को लेकर जो मार्ग बताया गया है, उसमें बक्सर-आरा-पटना फोरलेन एनएच 922, पटना से मुंगेर तक एनएच 31 और मुंगेर से भागलपुर तक एनएच 33 का हिस्सा है। केंद्रीय रिपोर्ट के अनुसार यह हिस्सा पहले से फोर लेन भी है।
हालांकि यह हिस्सा एक्सप्रेसवे के नियमों के अनुसार एक्सेस कंट्रोल रोड नहीं है। रिपोर्ट में इस बात का कोई उल्लेख नहीं किया गया है कि बक्सर-भागलपुर एक्सप्रेसवे के लिए चिह्नित फोरलेन को एक्सेस कंट्रोल करने के लिए क्या उपाय किया जाएगा?