बिहार के नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी (एनओयू) में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर जोड़ने की तैयारी हो चुकी है। विश्वविद्यालय ने 12 अन्य नए पाठ्यक्रमों के लिए डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो को राशि जमा करा दी है, और उम्मीद की जा रही है कि अगले 20 दिनों में इन पाठ्यक्रमों की स्वीकृति प्राप्त हो जाएगी। एनओयू के कुलपति प्रो. संजय कुमार ने इसकी पुष्टि की और बताया कि यह कदम छात्रों के लिए नए अवसरों को खोलने में सहायक होगा। इससे पहले, केवल 15 पीजी विषयों में नामांकन की स्वीकृति थी, जिसमें छात्रों के लिए ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया जारी है।
20 दिनों में स्वीकृति की उम्मीद
कुलपति प्रो. संजय कुमार के अनुसार, "एनओयू ने डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो को आवश्यक राशि जमा करा दी है और स्वीकृति मिलने में अब केवल कुछ दिनों का समय है। हमें 20 दिनों के भीतर सभी प्रक्रियाओं के पूर्ण होने की उम्मीद है।" उन्होंने आगे कहा कि एनओयू का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने का अवसर देना है।
12 नए कोर्स की सूची: छात्रों के लिए विस्तारित पाठ्यक्रमों का विकल्प
एनओयू ने जिन 12 नए पाठ्यक्रमों के लिए स्वीकृति का आवेदन किया है, उनमें निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
- बीसीए (बैचलर इन कंप्यूटर एप्लिकेशन्स)
- बीलिस (बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इन्फॉर्मेशन साइंस)
- एमए इन डिजास्टर मैनेजमेंट
- स्नातकोत्तर इन्वायरमेंट साइंस
- स्नातकोत्तर हिस्ट्री
- स्नातकोत्तर पत्रकारिता एवं जनसंचार (एमजेएमसी)
- स्नातकोत्तर राजनीतिशास्त्र
- स्नातकोत्तर संस्कृत
- स्नातकोत्तर समाजशास्त्र
- स्नातकोत्तर उर्दू
- स्नातकोत्तर लाइब्रेरी साइंस
- स्नातकोत्तर जूलॉजी
इन नए पाठ्यक्रमों के स्वीकृत होने पर छात्रों को विविध क्षेत्रीय विशेषज्ञता हासिल करने का मौका मिलेगा, जो कि पारंपरिक कक्षाओं में उपलब्ध नहीं है।
वर्तमान नामांकन प्रक्रिया में छात्रों की रुचि बढ़ी
नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी ने हाल ही में जिन 15 पीजी पाठ्यक्रमों के लिए नामांकन की स्वीकृति प्राप्त की है, उनमें छात्रों का उत्साह देखने लायक है। ऑनलाइन नामांकन प्रक्रिया छात्रों के लिए सरल और सुविधाजनक बनायी गई है। इससे उन छात्रों को लाभ मिल रहा है, जो विभिन्न वजहों से पारंपरिक कक्षाओं में हिस्सा नहीं ले सकते। ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के तहत एनओयू छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त करने का अवसर दे रहा है, जिससे राज्य और बाहर के हजारों छात्रों का भविष्य उज्जवल हो सके।
शिक्षा का विस्तार: अधिक छात्रों के लिए एक नई दिशा
एनओयू के प्रयासों से छात्रों को रोजगारपरक और व्यावसायिक कोर्स में नामांकन करने का मौका मिलेगा। डिजास्टर मैनेजमेंट, पर्यावरण विज्ञान और पत्रकारिता जैसे पाठ्यक्रमों की मांग बढ़ी है, जो आज के युग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि एनओयू में इन नए पाठ्यक्रमों के जुड़ने से राज्य में उच्च शिक्षा का स्तर और भी बेहतर होगा। छात्रों के लिए यह न केवल एक ज्ञानवर्धक मौका है, बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में करियर बनाने का एक सशक्त साधन भी है